नरसिंहपुर। 11 अक्टूबर को देश के मूर्धन्य कवि नरसिंहपुर निवासी प्रतिष्ठित साहित्यकार स्वर्गीय डॉ रमेश कुमार बुधौलिया ‘बाऊजी’ की 14 वी पुण्यतिथि का वर्चुअल प्लेटफॉर्म के अभिनव प्रयोग द्वारा काव्यांजलि का अखिल भारतीय अभूतपूर्व सफल आयोजन सम्पन्न हुआ। तकरीबन 11 घंटे तक कि अवधि तक चले इस मंत्रमुग्ध रिकार्ड आयोजन में अलग अलग शहरों के साहित्यकारों ने बाऊजी की स्मृति में अपने काव्य सुमन अर्पित कर श्रद्धांजलि प्रेषित की।
डॉ रमेश कुमार बुधौलिया एक बहु भाषा विद, गीतकार, उपन्यासकार, अनुवादक, प्रत्येक सहित्य विधा के ज्ञाता होने के साथ साथ उच्च शिक्षाशास्त्री पंडित भी थे, डॉ बुधौलिया उन विशुद्ध कवि लेखको की श्रेणी के रचनाकार माने जाते है जिनके लिए लेखन साधना थी, स्वान्तः सुखाय हेतु रचना धर्म का जीवनपर्यत्न एकनिष्ठ भाव से साधने वाले बाऊजी ने अपार सत्साहित्य का सृजन कर आने वाली पीढ़ी के लिए विपुल साहित्य भंडार की सौगात रख छोड़ी है, प्रदर्शन तथा प्रकाशन से संकोच करने वाले डॉ बुधौलिया के व्यक्तित्व के बहुरंगी आयाम थे, डॉ रमेश कुमार बुधौलिया की इस साहित्यिक विरासत को उनके पुत्रो द्वारा बखूबी सहेजा गया है।
11 अक्टूबर को आयोजित इस काव्यांजलि कार्यकम को तीन सत्रों में बांटा गया था सुबह 11 बजे से 1 बजे तक माल्यार्पण उपरांत सरस्वती पूजन बाऊजी रचित सरस्वती वंदना का गायन जनार्दन गिरदौनिया के सुरीले कंठ से किया गया।