नरसिंहपुर। इस वर्ष भी कायाकल्प मापदण्ड अनुसार जिला अस्पताल, सिविल अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक केंद्र एवं शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का मूल्यांकन किया जाना है। शनिवार को कलेक्टर वेद प्रकाश की अध्यक्षता में कायाकल्प अभियान कार्ययोजना एवं जनसंख्या स्थिरता माह की तैयारियो को लेकर कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में बैठक सम्पन्न हुई। इस अभियान के अंतर्गत भारत सरकार द्वारा दी गई गाइड लाइन के अनुसार मध्यप्रदेश के समस्त स्वास्थ्य संस्थाओं का मूल्यांकन किया जाता है। बैठक में सभी स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी मौजूद थे। इसके अंतर्गत संस्था में बाउण्ड्री वाल, आपरेशन थिएटर की साफ- सफाई, लेबर रूम की सफाई, संक्रमित उपकरणों का स्टरलाईजेशन, वार्ड की सफाई बायोमेडिकल एवं सामान्य वेस्ट का समुचित निष्पादन आदि शामिल है।
बैठक में डॉक्टर अमित चौकसे द्वारा 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस व 11 जुलाई से 11 अगस्त 2020 तक जनसंख्या स्थिरता माह के सफल सचांलन हेतु दिशा निर्देशों के संबंध में अवगत कराया गया। 1 जुलाई से 10 जुलाई तक दम्पत्ति सम्पर्क पखवाड़े की गतिविधिायॉ आयोजित होगी। कलेक्टर ने निर्देश देते हुये कहा कि 11 जुलाई से 11 अगस्त तक स्वास्थ्य संस्थाओं में नसबंदी सेवा का आयोजन कार्ययोजना बनाकर किया जाये। रोस्टर अनुसार दलों का गठन किया जाये। दल द्वारा ज्यादा से ज्यादा हितग्राहियों को प्रेरित कर परिवार नियोजन की सेवाएं प्रदान की जाये। सरकार के निर्देशों के पालन करते हुये गुणवत्तापूर्ण सेवाएं प्रदान की जाये। परिवार स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत जनसंख्या स्थिरता माह के लिये विशेष कार्ययोजना बनाई जाये। सघन प्रचार प्रसार एवं व्यक्तिगत सम्पर्क के माध्यम से सभी चिन्हित लक्ष्य दम्पतियों से सम्पर्क कर उन्हें प्रेरित करना सुनिश्चित करें। समस्त स्वास्थ्य संस्थाओं में जागरूकता संबंधी बैनर पोस्टर लगाये जायें।
बैठक मे बताया गया कि आयुषमान भारत के अंतर्गत जिले के 2 लाख 48 हजार लोगों के कार्ड बनाये जा चुके हैं। इसके अंतर्गत प्राइवेट अस्पतालों में कोविड के मरीजों का इलाज करने के लिये चिन्हित भी किया जा रहा है। बैठक में अवगत कराया गया कि प्राइवेट अस्पतालों में वेन्टीलेटर एवं पर्याप्त मानव संसाधन का अभाव है। ऐसी स्थिति में प्राइवेट डॉक्टर्स सीसीसी में कार्य करने के लिये सदैव तैयार रहेंगे। बैठक में अपर कलेक्टर मनोज ठाकुर, डॉ. संजीव चांदोरकर, जिला पंचायत सीईओ केके भार्गव, सीएमएचओ डॉ. एनयू खान, सिविल सर्जन डॉ. अनीता अग्रवाल सहित अन्य शासकीय/ अशासकीय चिकित्सक भी मौजुद थे।