सरकारी बैठकों में इस एप पर प्रतिबंध, आम आदमी को भी गृह मंत्रालय का अलर्ट
डेटा हैक होने का खतरा, गाइडलाइन जारी
- लॉकडाउन के चलते देश-दुनिया के लोग घर में रहने को मजबूर हैं, वहीं कई कंपनियां इन दिनों वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के लिए जूम ऐप का इस्तेमाल कर रही हैं। जिससे ज्यादा से ज्यादा लोगों से एक बार में ही वीडियो चैट के जरिए बातचीत की जा सके। वहीं सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक जूम ऐप से पर्सनल डाटा को आसानी से चोरी किया जा सकता है। ऐसे में केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने एक एडवाइजरी जारी कर इसके इस्तेमाल में सावधानी बरतने की सलाह दी है। रिपोर्ट के मुताबिक जूम ऐप इंड टू इंड इंक्रिप्टेड नहीं है। जिसके चलते इसे आसानी से हैक भी किया जा सकता है। केन्द्र सरकार ने इस ऐप के जरिए होने वाली किसी भी सरकारी मीटिंग पर रोक लगा दी है।
निजी क्षेत्र में काम करने वालों के लिए गृह मंत्रालय की ये है गाइडलाइन
- मीटिंग के दौरान जूम के इस्तेमाल से पहले नई यूजर आईडी, पासवर्ड का इस्तेमाल किया जाए।
- इसके अलावा वेटिंग रूम फीचर को एनेबल करें, जिससे अवांछित लोग कॉन्फ्रेंस में शामिल न हो सके।
- ज्वाइन ऑप्शन को डिसेबल कर दें। स्क्रीन शेयरिंग का ऑप्शन सिर्फ होस्ट के पास रखें ।
- किसी व्यक्ति के लिए रीज्वाइन का ऑप्शन बंद रखने की सलाह दी गई है।
- फाइल ट्रांसफर के ऑप्शन से बचने की सलाह दी गई है।