मनीष सोनी
करेली। तहसील के अंतर्गत बुधवार को नर्मदा नदी के खामघाट में नहाने के दौरान डूब रहे नाती-पोते को बचाने के लिए गहराई में उतरी बुजुर्ग ने पोते को तो बचा लिया लेकिन वह नाती को लाख कोशिशों के बाद भी नहीं बचा पाईं और उसके साथ-साथ डूबकर उनकी भी मौत हो गई।
जानकारी के अनुसार करेली थानांतर्गत तटवर्ती गांव खामघाट निवासी जीजीबाई पति नन्हेबीर नौरिया 50 अपनी बेटी और नाती-पोते के साथ नर्मदा नहाने गईं थीं। इसी दौरान नहाते समय 8 वर्षीय सतीश उर्फ भाईजी पिता बृजेश नौरिया और करीब 12 वर्षीय सिद्धार्थ पिता ओमप्रकाश नौरिया निवासी बांदरबरू पैर फिसलने से गहरे पानी में चले गए और डूबने लगे। वृद्धा ने जब बच्चों को डूबते देखा तो तत्काल वह भी गहरे पानी में चली गई और उसने काफी प्रयास के बाद सतीश को तो सुरक्षित किनारे कर दिया लेकिन जब वह सिद्धार्थ को बचाने के लिए गई तो वह भी डूब गईं। इसमें उनकी मौत हो गई। घटना की जानकारी लगने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने होमगार्ड के तैराक दल को बुंलाया और डूबे बालक की तलाश शुरू की जिसमें घंटों चली तलाशी के बाद डूबे बालक सिद्धार्थ का भ्ाी शव देर शाम बरामद हो गया।
नानी के घर आया था सिद्धार्थ: बताया जाता है कि कुछ दिनों पहले ही मृतका जीजीबाई की बेटी और उसका नाती सिद्धार्थ खामघाट आया था। बुधवार को बुजुर्ग अपनी बेटी और उसके बच्चों के साथ ही अपने बेटे बृजेश के लड़के सतीश उर्फ भाईजी सहित अन्य के साथ नहाने गई थी। घटना के बाद पीड़ित परिवार सदमे में हैं वहीं गांव के लोग भी खासे दुखी है और हर कोई इस अनहोनी पर शोक जता रहा है।
इनका ये है कहना
दो बच्चों को बचाने के प्रयास में महिला डूबी थी। वहीं एक बच्चे का शव बाद में बरामद हुआ जबकि एक को कुछ देर में ही मृतका ने सुरक्षित निकाल लिया था।
अनिल सिंघई, थाना प्रभारी करेली