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नरसिंहपुर: रेल रोको आंदोलन को विफल करने पुलिस ने कर रखी थी तैयार, स्टेशन के पहले ही लगाई बैरिकेडिंग

नरसिंहपुर। केंद्र सरकार द्वारा पारित कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली की तरह जिला मुख्यालय में संयुक्त किसान मोर्चा पिछले 14 दिन धरना दे रहा है। गुरुवार को देशव्यापी रेल रोको आंदोलन के आह्वान पर ट्रेनें रोकने निकले किसानों को भारी तादा में मौजूद पुलिसबल ने रेलवे स्टेशन के पहले ही बेरिकेडिंग कर रोक दिया। जिसके चलते किसानों और पुलिस के बीच थोड़ी तू-तू, मैं-मैं भी हुई। आखिरकार किसानों ने सड़क पर ही धरना दे दिया। इसके चलते वे ट्रेनें नहीं रोक सके। किसान नेताओं ने सड़क पर ही केंद्र सरकार के खिलाफ गर्जना की।

रेलवे स्टेशन के पूर्व किसानों को एसडीएम स्कूल के पास रोक दिया गया

इसके जिला मुख्यालय में लोक सूचना केंद्र के सामने तंबू गाड़कर पिछले 14 दिन से धरना दे रहे संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्यों ने मोदी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। किसान नेताओं का कहना था कि किसानों के भले का हवाला देकर जो तीन कृषि कानून बनाए गए हैं, दरअसल वह पूंजीपतियों के लिए हैं। इन कानूनों से किसानों का कोई भला नहीं होने वाला, उल्टे वे अपने ही खेत में मजदूर बनकर रह जाएंगे। न्यूनतम समर्थन मूल्य के पर किसान नेताओं का आरोप था कि सरकार इस मामले में अपना रुख स्पष्ट नहीं कर रही है, जिसके कारण किसानों की चिंता बढ़ना लाजिमी है। आरोपों की झड़ी के बाद दोपहर करीब 1 बजे धरना पर बैठे किसानों ने सुभाष पार्क चौराहा की ओर रुख किया। यहां पर भी उन्होंने सरकार के कृषि बिलों को वापस लेने की मांग दोहराई। इसके बाद संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्य, पदाधिकारी संगठन का झंडा लेकर बाहरी रोड होते हुए रेल रोको आंदोलन की राह पर निकले। किसानों के आगे-पीछे पुलिसबल के साथ वज्र वाहन भी चल रहे थे। एसडीओपी कौशल सिंह समेत थाना कोतवाली व स्टेशनगंज थाना प्रभारी संयुक्त रूप से किसानों की गतिविधि पर नजर रखे हुए थे। एलआइबी की टीमें भी पल-पल की जानकारी उच्चाधिकारियों को देते रहे। हालांकि रैली रूप में निकले किसानों का प्रदर्शन शांतिपूर्वक व मर्यादा में रहा।
एसडीएम स्कूल के सामने बंद किया रास्ता

रैली रूप में रेल रोको आंदोलन करने रेलवे स्टेशन के लिए निकले प्रदर्शनकारी किसानों को स्टेशनगंज थाना के आगे एसडीएम स्कूल के सामने रोक दिया गया। पुलिस ने यहां की सड़क पर मार्ग को अवरुद्ध करते हुए बेरिकेडिंग कर रखी थी। किसानों ने आगे बढ़ने की कोशिश भी की लेकिन पुलिसबल ने उन्हें रोक दिया। परिणामत: किसानों ने अवरुद्ध मार्ग पर ही बैठकर प्रदर्शन किया। किसानों ने एकस्वर में कहा कि केंद्र सरकार चाहे कितना भी प्रताड़ित कर ले वे अपने आंदोलन से नहीं डिगेंगे। उनका कहना था कि तरह-तरह की आपदा से ग्रस्त किसानों की आय वैसे ही कम है, अब नए-नए कानून लाकर उन्हें धनिकों पर निर्भर करने की कोशिश की जा रही है। केंद्र सरकार के कानून किसानों के हित में नहीं हैं।
इनकी रही उपस्थिति

इस अवसर पर मुख्य रूप से राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ के महाकोशल प्रांत अध्यक्ष ऋषिराज पटेल, भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष बाबूलाल पटेल, किसान नेता देवेंद्र पाठक, कमल सिंह लोधी ,चौधरी लोकेश सिंह लोधी, मातवर लोधी, राजेश पटेल, कुंज बिहारी यादव ,घनश्याम यादव, देवेंद्र दुबे, रीना नवानिया, रानी राजपूत, सुरेश ठाकुर, रिंकू लोधी, रविंद्र लोधी, अनुज लोधी, बृजेंद्र पटेल, अरिजीत सिंह लोधी,अरविंद पटेल, रामजी गुमास्ता, राजू सोनी, प्रदीप कुमार सा, प्रकाश पटेल, नेतराम शर्मा, धर्मेंद्र चौधरी, सत्यम लोधी, अरविंद पटेल, मनु पटेल, तेजबल लोधी, लखन लोधी, गोलू पटेल, कंछेदी पटेल, नीरज पटेल, डेलन सिंह पटेल ,अरुण शर्मा, दलम सिंह पटेल, कुणाल गौरव, रामजी गुमास्ता, शुभम पटेल ,मयंक राय, प्रियंक राय, तेजसिंह लोधी, कैलाश जैन, कैलाश गुमास्ता, टॉवल मांसाहब, दिनेश पटेल, ओंकार पटेल ,छोटेलाल पंडित जी, कमलेश पटेल, प्रभु नारायण पटेल, अनिल पटेल, गोविंद सिंह पटेल, बंटी पटेल, लक्ष्मण पटेल, डाल सिंह पटेल, चेतराम तिवारी, दीपक साहू आदि अन्य बड;ी संख्या में किसान उपस्थित रहे।
फोटो 18 एनएसपी 15- नरसिंहपुर। रेल रोको आंदोलन के मद्देनजर तैनात पुलिसबल।
फोटो 18 एनएसपी 16- नरसिंहपुर। रेलवे स्टेशन के पूर्व किसानों को एसडीएम स्कूल के पास रोक दिया गया। जहां उन्होंने धरना देकर नारेबाजी की।