नरसिंहपुर। शनिवार को प्रदेश संगठन के आह्वान पर जिले की सिर्फ दो तहसीलों गाडरवारा और तेंदूखेड़ा विधानसभा में ही कांग्रेसियों ने किसानों के पक्ष में प्रदर्शन करते हुए केंद्र सरकार द्वारा पारित किए गए कृषि बिलों का विरोध किया। किसानों के समर्थन में प्रदेश कांग्रेस के निर्देशों के बावजूद करेली, नरसिंहपुर, गोटेगांव में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पता ही नहीं था कि उनके क्षेत्र में भी कोई प्रदर्शन, चक्काजाम होना है। कहीं-कहीं पर आलम तो ये रहा कि कार्यकर्ता विरोध करने तैयार थे लेकिन वे बार-बार वरिष्ठों से कार्यक्रम का वक्त पूछते रहे। हालांकि दोपहर बाद जब उन्हें स्पष्ट जवाब नहीं मिला तो वे समझ गए कि उनके क्षेत्र में कोई प्रदर्शन नहीं होना है। कृषि संबंधी केंद्र सरकार द्वारा पारित बिलों के खिलाफ किसानों के समर्थन में कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन बिखरा-बिखरा नजर आया। तेंदूखेड़ा व गाडरवारा तहसीलों में एक-एक घंटे के चक्काजाम, प्रदर्शन को छोड़ शेष करेली, नरसिंहपुर, गोटेगांव तहसील में न तो किसानों न ही कांग्रेस ने कोई विरोध जताया। जिले में कांग्रेस और किसान संगठन बिखरे-बिखरे नजर आए।
शनिवार को प्रदेश संगठन के आह्वान पर जिले की सिर्फ दो तहसीलों गाडरवारा और तेंदूखेड़ा विधानसभा में ही कांग्रेसियों ने किसानों के पक्ष में प्रदर्शन करते हुए केंद्र सरकार द्वारा पारित किए गए कृषि बिलों का विरोध किया। इनमें भी सिर्फ तेंदूखेड़ा इकलौती विधानसभा रही जहां पार्टी के विधायक संजय शर्मा ने आंदोलन, चक्काजाम का नेतृत्व किया। गाडरवारा में विधायक सुनीता पटेल भोपाल में रहीं, तथापि यहां कांग्रेसियों ने किसानों के पक्ष में अपनी आवाज मुखर की।
विधायक के नेतृत्व में राष्ट्रीय राजमार्ग पर चक्काजाम
तेंदूखेड़ा में विधायक संजय शर्मा ने कृषि बिलों के विरोध में प्रदर्शन का नेतृत्व किया। उनकी अगुवाई में राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 12 पर चक्काजाम कर धरना दिया गया। इस मौके पर विधायक श्री शर्मा ने कहा कि आज संपूर्ण भारत वर्ष में किसान आंदोलन की राह पर है। निश्चित तौर पर किसान बिल पर खोट है तभी तो संपूर्ण किसान सड़कों पर उतरने मजबूर हुआ है। केंद्र सरकार अंग्रेज और मुगल शासकों की तरह उन पर अत्याचार किए जा रही है। 70-72 दिनों में सरकार आज तक किसानों की बात का निराकरण नहीं का पाई है। अलबत्ता किसानों से जुड़ी आवश्यक वस्तुओं पर दाम बढ़ाए जा रहे हैं। पूरे बाजार मंे उद्योगपतियों का कब्जा होता चला जा रहा है। डीजल, पेट्रोल, रसोई गैस जैसी आवश्यक वस्तुओं के दाम प्रतिदिन बढ़ रहे हैं। किसानों के समर्थन में हम सभ्ाी उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर साथ हैं। इसलिए आज सड़कों पर बैठकर चक्काजाम कर रहे हैं। पड़रिया गांव स्थित राष्ट्रीय राजमार्ग पर आयोजित इस प्रदर्शन में बड़ी संख्या में किसान और कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे। इस दौरान भारी पुलिसबल व प्रशासनिक अमला भी तैनात किया गया था। हालांकि प्रदर्शन के दौरान किसी तरह का उत्पात या अशांति का माहौल पैदा नहीं हुआ।
कृषि बिलों के खिलाफ गाडरवारा में प्रदर्शन
कृषि बिलों के खिलाफ प्रदेश कांग्रेस के आह्वान पर गाडरवारा विधानसभा के नेता-कार्यकर्ता सजग नजर आए। इन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग पर केंद्र सरकार द्वारा बनाए कृषि कानूनों का विरोध किया। अनीता रविशेखर जायसवाल के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने भाजपानीत सरकार को किसान विरोधी बताया। प्रदर्शन के दौरान नेताओं ने सवाल उठाए कि आखिर देश की सरकार की ऐसी कौन सी मजबूरी है जो इसमें संशोधन नहीं करना चाहती। क्या पूंजीपतियों की तिजोरियों को भरे रखने की पूरी जिम्मेदारी सरकार ने ही ले रखी है। किसानों की एक ही आवाज इस आंदोलन से निकलती है कि अन्न्दाता के साथ अन्याय नहीं होने देंगे। हम अपनी हक की लड़ाई लड़ते रहेंगे। आंदोलन में किसानों ने जमकर नारेबाजी कर अपना विरोध दर्ज कराया।
किसान संगठनों ने भी साधी चुप्पी
प्रदेश कांग्रेस ने किसानों के समर्थन में प्रदर्शन की व्यापक रणनीति बनाई थी लेकिन इससे जिले में सक्रिय अधिकांश किसान संगठन और उनके नेताओं ने भी चुप्पी साधे रखी। न तो वे कांग्रेस के बैनर तले पहुंचे न ही उन्होंने खुद भी प्रदर्शन किया।