गाडरवारा: लक्ष्मी टाउनशिप के विक्रेताओं ने बिजली अधिकारी से वसूले साढ़े 14 लाख, बाद में बिना बताए किसी और को बेच दिया प्लाट

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गाडरवारा। शहर की लक्ष्मी टाउनशिप में प्लाट खरीदने वाले एक बिजली अधिकारी के साथ धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। शिकायत के अनुसार चार साल तक साढ़े 14 लाख रुपये वसूलने के बाद कॉलोनाइजरों ने उन्हें बताए बगैर किसी और को महंगी कीमत पर प्लाट बेच दिया। इस संबंध में एसपी विपुल श्रीवास्तव को शिकायत के बाद गाडरवारा थाना प्रभारी द्वारा जांच की बात कही जा रही है।
जानकारी के अनुसार गाडरवारा के बिजली विभाग में अकाउंटेंट राजेश कुमार जैन ने बताया कि उन्होंने पत्नी अंजू जैन के नाम से बीटीआई स्कूल के बाजू में स्थित लक्ष्मी टाउनशिप का प्लाट नंबर 15 जून 2014 को एक लाख रुपये नकद जमा कर बुक किया था। ये सौदा उन्होंने कॉलोनाइजर धर्मेश पुरोहित, शिवा खान, नोसिन खान व भूमि स्वामी अमित विश्नोई और अखिलेश विश्नोई से किया था। इसके लिए बाकायदा लिखित में एग्रीमेंट भी हुआ था। इसके बाद से उन्होंने किस्तों में 14 लाख 53 हजार रुपये भी जमा कर दिए थे, जिसकी रसीदें भी उनके पास है। इसके बाद कुछ कारणों के कारण टाउनशिप में प्लाट बेचने पर कोर्ट से स्टे लग गया। जिसके कारण अंजू जैन ने 26 फरवरी 2018 से किस्त देना बंद कर दिया। हालांकि शिकायतकर्ता का ये कहना है कि उन्होंने कॉलोनाइजर से कई बार एकमुश्त शेष राशि लेकर प्लाट की रजिस्ट्री कराने कहा लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। शिकायतकर्ता अंजू जैन के पति राजेश जैन ने बताया कि साढ़े 14 लाख रुपये जमा करने के बाद प्लाट की शेष राशि बेहद कम ही थी। इसलिए उन्हें यकीन था कि प्लाट नंबर 150 उनका ही है, जल्द ही इसकी रजिस्ट्री हो जाएगी। श्री जैन के अनुसार उनके पैरों तले जमीन तब खिसक गई जब वे टाउनशिप में घूमने पहुंचे तो यहां उन्हें कोई और उनके प्लाट पर मकान निर्माण का भूमिपूजन करता मिला। जब उन्होंने इस बारे में संबंधित से पड़ताल की तो उसने बताया कि प्लाट नंबर 150 उसने खरीद लिया है। ये सुनने के बाद श्री जैन ने कॉलोनाइजर से संपर्क भी किया लेकिन वे कोई उत्तर नहीं दे सके। कुछ समय बाद कॉलोनाइजरों के फोन भी स्विच ऑफ आने लगे। खुद को ठगा महसूस कर अंजू पति राजेश जैन ने अगले ही दिन कॉलोनाइजरों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज करने के लिए पुलिस अधीक्षक, एसडीओपी गाडरवारा के नाम आवेदन दे दिया। मामले की गंभीरता को देखते हुए गाडरवारा थाना प्रभारी मामले की जांच कर रहे हैं।
इनका ये है कहना
मैं कॉलोनाइजरों से बार-बार प्लाट नंबर 150 की रजिस्ट्री कराने कह रहा था लेकिन वे हर बार उनकी बात को टालते रहे। कुछ दिन पहले ही मुझे पता चला कि वर्ष 2018 में ही कॉलोनाइजरों ने उनका प्लाट किसी और के नाम कर दिया है। ये सरासर धोखाधड़ी है, इसलिए मेरा अधिकारियों से आग्रह है कि मुझे मेरी रकम ब्याज समेत लौटाई जाए। साथ ही धोखाधड़ी करने वाले कॉलोनाइजरों के खिलाफ आइपीसी की धारा 420 के तहत मुकदमा कायम हो ताकि अन्य लोगों के साथ ऐसी घटना न हो।
अंजू-राजेश जैन, गाडरवारा, प्लाट नंबर 150 के पहले खरीदार
अंजू जैन के नाम पर बुक प्लाट नंबर 150 की अन्य व्यक्ति के नाम पर रजिस्ट्री हो गई है। दरअसल, उन्होंने वर्ष 2018 से किस्तें देना बंद कर दी थी, इसलिए हमने उनका प्लाट किसी और को बेच दिया। उन्होंने जो राशि हमारे पास जमा की है, उसे जल्द वापस किया जाएगा। जैसे ही रकम वापसी हो जाएगी हम आपको भी सूचित कर देंगे। हमने कुछ भी गलत नहीं किया है।
धर्मेश्ा पुरोहित, कॉलोनाइजर, लक्ष्मी टाउनशिप गाडरवारा
अंजू जैन की ओर से लक्ष्मी टाउनशिप के कॉलोनाइजरों के खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायत प्राप्त हुई है। इस मामले की हम जांच करा रहे हैं। शिकायतकर्ता से चुकाई गई रकम के बिलों की जानकारी मांगी गई है। एक-दो दिन में कॉलोनाइजरों को बुलाकर हम वस्तुस्थिति जानेंगे। यदि वे शिकायत के अनुरूप आरोपित पाए जाते हैं तो उनके खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
राजपाल बघेल, थाना प्रभारी गाडरवारा
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