गौरतलब है की शुक्रवार को मुख्यमंत्री के साथ हुई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में भी होशंगाबाद सांसद राव उदय प्रताप सिंह और राज्य सभा सदस्य कैलाश सोनी ने कलेक्टर दीपक सक्सेना और एसपी गुरूकरण की दूरदर्शिता की तारीफ़ कर नरसिंहपुर जिले के लॉक डाउन को अन्य जिलों के लिए रोल मॉडल बताया था।
नरसिंहपुर। कोरोना वायरस के फैलाव को रोकने और इस पर प्रभावी नियंत्रण के लिए नरसिंहपुर कलेक्टर दीपक सक्सेना और एसपी गुरूकरण ने खतरे को भांपते हुए प्रदेश में सबसे पहले 22 मार्च को जिले को लॉक डाउन कर सात जिलों से लगने वाली सीमाओं को सील कर दिया था। अब इसी आदेश को आज से पूरे देश में लागू किया जा रहा है। रविवार को केंद्रीय कैबिनेट सचिव राजीव गाबा व केंद्रीय गृहसचिव अजय भल्ला वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को सख्त निर्देश देकर सभी जिलों और राज्यों की सीमाएं सील कर लॉक डाउन को सख्त बनाने के निर्देश दिए हैं। लॉक डाउन का उल्लंघन पाए जाने पर सम्बंधित जिलों के कलेक्टर और एसपी को दोषी माने जाने की चेतावनी जारी की गयी है।
इन आदेशों का भी सख्ती से करवाना होगा पालन
- प्रवासी मजदूरों, गरीब-जरूरतमंदों के लिए अस्थायी तौर पर ठहरने, खाने-पीने का इंतजाम करें।
- राज्य के बाहर से आ रहे प्रवासी मजदूरों को 14 दिन क्वारंटीन रखकर जांच करें।
- कंपनियों, दुकानों या फैक्टरियों में काम करने वालों का वेतन बिना कटौती तय तारीख में मिले।
- प्रवासी मजदूर समेत कामगारों-छात्रों से मकान मालिक एक महीने तक किराया नहीं मांगेंगे।
- मकान मालिक ने जबरन घर खाली करने को कहा, तो तय कानूनों के मुताबिक कार्रवाई करें।