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नरसिंहपुर : माफिया पर पुलिस मेहरबान, ट्रैक्टर को छोड़कर ढूंढ रही ट्रॉली का मालिक

नरसिंहपुर। अवैध रेत खनन के साथ धड़ल्ले से हो रहे परिवहन के मामले में नेता, अफसर सबकी मिलीभगत है। इसकी बानगी सालीचौका में देखने को मिल रही है। यहां पर रेत से भरी ट्रैक्टर-ट्राली को पकड़ने के 24 घंटे बाद ट्रैक्टर छोड़ने वाली सालीचौका पुलिस की कार्यप्रणाली का जमकर विरोध हो रहा है। सालीचौका क्षेत्र के ग्रामीण खुलकर कह रहे हैं कि पुलिस अवैध खननकर्ताओं पर मेहरबान हैं और धनलक्ष्मी के ठेकेदारों व उनके नुमाइंदों के सुर में सुर मिला रही है। मंगलवार की रात ट्रैक्टर छोड़ने वाली पुलिस अब यह राग अलाप रही है कि ट्राली मालिक का पता लगाया जा रहा है जिसकी ट्राली होगी उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। पुलिस द्वारा जो ट्रैक्टर छोड़ा गया है उसके रजिस्ट्रेशन और अन्य दस्तावेज थे या नहीं पुलिस यह भी जांच नहीं कर सकी।
सालीचौका क्षेत्र में रेत के अवैध कारोबार में पुलिस की भूमिका कई दिनों से सवालों के घेरे में है। जिससे यह आरोप लगते रहे हैं कि पुलिस रेत माफियाओं की ड्यूटी निभा रही है और अवैध खनन, परिवहन के कार्य से मुनाफा कमाने में लगी है। बीते दिनों चौकी क्षेत्र के ग्राम पनागर में हुए विवाद के बाद भ्ाी पुलिस की कार्यप्रणाली में सुधार नहीं हो सका है। पनागर में रेत को लेकर हुए विवाद में 4 लोग घायल हुए थे। वहीं पुलिस ने तीन ट्रैक्टर-ट्रालियों को पकड़ा था। लेकिन दो ट्रैक्टर-ट्राली के चालकों को जेल भेजने के बाद मंगलवार की रात पुलिस ने रेत से भरी ट्राली में लगे ट्रैक्टर को छोड़ दिया। बताया जाता है कि जो ट्रैक्टर छोड़ा गया है वह गोलू चौकसे का है जिसे पुलिस ने तीन दिन पहले पकड़ा था और उस ट्रैक्टर के रजिस्ट्रेशन सहित अन्य दस्तावेज भी नहीं थे। चौकी प्रभारी एसआइ पीयूष साहू अपनी कारस्थानी को अब यह कहते हुए छुपा रहे हैं कि रेत से भरी ट्राली के पास आरोपित श्रीराम गोलू चौकसे का ट्रैक्टर खड़ा कर आया था। इसलिए जांच के बाद उसे छोड़ा गया है। ट्राली की जांच चल रही है जिसकी ट्राली होगी उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। उधर ग्रामीण कह रहे है कि चौकी प्रभारी तीन दिन में यह भी पता नहीं लगा सके हैं कि उक्त ट्राली किसकी है। पुलिस की पूरी कार्यप्रणाली से उजागर हो रहा है कि पुलिस धनलक्ष्मी के ठेकेदारों और सत्तापक्ष के दबाब में कार्य कर रही है। ग्रामीणों का कहना है कि यह संभवत: प्रदेश का पहला मामला होगा जहां पुलिस को रेत से भरी ट्राली तो मिली लेकिन ट्रैक्टर नहीं मिला।