गौरतलब हो कि दीपक तिवारी को इस वर्ष फरवरी में विश्वविद्यालय के कुलपति नियुक्त किए गए थे। उन्होंने पूर्व कुलपति जगदीश उपासने की जगह ली थी। तिवारी ढाई दशक से भी अधिक समय से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हैं। श्री तिवारी पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के करीबियों में से एक थे। सूत्रों के अनुसार दिग्विजय सिंह की श्री तिवारी को कुलपति बनवाकर विश्वविद्यालय में आरएसएस के प्रभाव को ख़त्म करने की योजना थी। योजना पर ठोस अमल हो पाता इसके पहले ही कांग्रेस सरकार सत्ता से बेदखल हो गई।