भोपाल : कक्षा 12वीं का परीक्षा परिणाम 72.72% और 10वीं का 59.54%
स्कूल शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार) और सामान्य प्रशासन राज्य मंत्री इंदर सिंह परमार ने माध्यमिक शिक्षा मंडल में सिंगल क्लिक से कक्षा 10वीं और 12वीं का परीक्षा परिणाम घोषित किया। राज्य मंत्री श्री परमार ने परीक्षा में उत्तीर्ण सभी विद्यार्थियों, उनके शिक्षकों और अभिभावकों को बधाई और भविष्य के लिए शुभकामनाएँ दी है। कक्षा 10वीं का परीक्षा परिणाम 59.54% और कक्षा 12वीं का परीक्षा परिणाम 72.72% रहा है। दोनों कक्षाओं की प्रावीण्य सूची में इस वर्ष भी छात्राओं ने बाज़ी मारी है।
मंत्री श्री परमार ने असफल विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि असफलता से घबराने की जरूरत नहीं है। डरने की जरूरत नहीं है। यह सिर्फ एक परीक्षा है। जीवन में इससे प्रेरणा लेकर आगे बढ़ने का संकल्प लें और खूब मेहनत करें। जीवन में आपको हमेशा सफलता मिलेगी। मेरी शुभकामनाएँ आपके साथ है। राज्य मंत्री श्री परमार ने सभी अभिभावकों से भी अपने बच्चों का उत्साहवर्धन करने की अपील की। उन्होंने बताया कि परीक्षा में असफल रहे छात्रों के लिए म.प्र. राज्य ओपन बोर्ड से “रूक जाना नहीं” योजना में विद्यार्थी असफल हुए विषय के पेपर दे सकते है।
राज्य मंत्री श्री परमार ने कहा कि कोविड 19 के संकट से विद्यार्थियों पर विपरीत प्रभाव पड़ा और स्कूलों का संचालन सतत रूप से नहीं हो पाया। लेकिन इन विपरीत परिस्थितियों के बाद भी हमारे विद्यार्थियों ने रात-दिन एक करके परिश्रम से पढ़ाई की है, जिसका सकारात्मक परिणाम आया हैं।
प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा श्रीमती रश्मि अरुण शमी, अध्यक्ष माध्यमिक शिक्षा मंडल श्रीमती वीरा राणा, उपाध्यक्ष डॉ. रमा मिश्रा, सचिव श्रीकांत बनोठ, अपर सचिव सुश्री शीला दाहिमा और उप सचिव श्रीमती प्रियंका गोयल उपस्थित रहे।
कक्षा 12वीं का परीक्षा परिणाम
कक्षा 12वीं की परीक्षा 17 फरवरी से 12 मार्च 2022 तक आयोजित की गई थी। परीक्षा में कुल 6 लाख 97 हजार 880 परीक्षार्थी शामिल थे। नियमित परीक्षार्थी 6 लाख 29 हजार 381 और स्वाध्यायी परीक्षार्थी 68 हजार 499 थे। 72.72 प्रतिशत नियमित परीक्षार्थी और 32.90 प्रतिशत स्वाध्यायी परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए हैं। नियमित छात्रों का उत्तीर्ण प्रतिशत 69.94 एवं नियमित छात्राओं का उत्तीर्ण प्रतिशत 75.64 रहा है। शासकीय विद्यालयों का परीक्षाफल 70.92 प्रतिशत और अशासकीय विद्यालयों का परीक्षाफल 76.30 प्रतिशत रहा है। प्रावीण्य सूची में 93 छात्राओं एवं 60 छात्रों (कुल 153) ने स्थान पाया हैं। अलीराजपुर जिले में सर्वाधिक 93.24 विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए हैं। इसके बाद द्वितीय स्थान पर दमोह जिला रहा, वहाँ 89.18 प्रतिशत विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए।