भोपाल :
महिला-बाल विकास विभाग द्वारा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर प्रदेश की महिलाओं के आर्थिक, शारिरिक और मानसिक उत्थान के लिए विभिन्न कार्यक्रम की शुरूआत की गई है। महिला-बाल विकास विभाग द्वारा महिलाओं को बैंको से होने वाली प्रक्रियागत परेशानी को ध्यान में रखते हुए, धनाभाव को दूर करने के लिए पंजाब नेशलन बैंक और सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के सहयोग से ऋण उपलब्ध कराने की विशेष योजना की शुरूआत की गई। इसके तहत प्रदेश के लगभग 7136 महिला समूहों को 180 करोड़ रूपये का ऋण उपलब्ध कराया गया।
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर विभाग द्वारा किशोरी बालिकाओं को अपराजिता मार्शल आर्ट प्रशिक्षण कार्यक्रम की भी शुरूआत की गई। इसमें प्रत्येक जिले की 150 किशोरी बालिकाओं को खेल एवं युवा कल्याण विभाग के सहयोग से बॉक्सिंग, जुडो, कराटे, ताईक्वाडो एवं कुश्ती में 10 दिन का प्रशिक्षण दिया जायेगा। महिला-बाल विकास विभाग के महिला मैदानी अमले का स्वास्थ्य और पोषण स्तर के परीक्षण एवं उपचार के लिए स्वास्थ्य परीक्षण शिविर भी प्रारंभ किया गया है।
भोपाल के जवाहर बाल भवन में आयोजित कार्यक्रम में अपर मुख्य सचिव श्री अशोक शाह ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर स्व-सहायता समूहों के हितग्राहियों को बैंक के सहयोग से 8 ऑटो और एक ई-रिक्शा की प्रतीकात्मक चाबी का वितरण किया। श्री शाह ने कहा कि जब तक महिला स्वयं अपने हित के लिए नहीं सोचेगी, समाज आगे आकर मदद नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि अपनी बात को स्पष्ट रूप से रखना होगा और अपने अधिकारों की जानकारी होना आवश्यक है।
संचालक महिला-बाल विकास डॉ. राम राव भोसले ने कहा कि वर्तमान में महिलाएँ हर क्षेत्र में आगे हैं। कोरोना काल में आँगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं ने अपने परिवार के साथ दूसरे परिवारों का भी हर तरह से ख्याल रखा है। यह बात सिद्ध करता है कि महिलाएँ हर परिस्थिति में काम कर सकती हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश मे अब तक लगभग 41 लाख से ज्यादा बच्चों को लाडली लक्ष्मी योजना का लाभ मिला है और यह प्रक्रिया निरंतर जारी है। डॉ. भोसले ने बताया कि जो पंचायत बेटियों के जन्म का उत्सव मनायेगी उसे “लाडली फ्रेंडली” घोषित किया जायेगा। इस अवसर पर जवाहर बाल भवन के बच्चों द्वारा नृत्य नाटिका की प्रस्तुति भी की गई।