इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में कलेक्टर वेद प्रकाश ने लोगों को शहीद बिरसा मुंडा की जयंती पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि मानव जाति सैकड़ों साल जंगल में रही। जंगल में रहने के कारण जनजातीय समाज के जीवन जीने के अपने तौर- तरीके थे, इनकी जीवन शैली अलग थी। विभिन्न समाज की जीवन शैली अलग- अलग रहती है। किसी भी समाज की जीवन शैली को एक- दूसरे से बेहतर या पिछड़ा नहीं कहा जा सकता। प्रत्येक की जीवन शैली अनूठी है। शहीद बिरसा मुंडा ने अपने समाज के परम्परागत अधिकारों और जीवन शैली में अंग्रेजों के हस्तक्षेप का विरोध किया। देश के स्वाधीनता संग्राम में उनका योगदान अविस्मरणीय और प्रेरणादायी है। व्यक्तिगत स्वतंत्रता अत्यंत महत्वपूर्ण है और लोकतंत्र एक सतत प्रक्रिया है, इस दिशा में शहीद बिरसा मुंडा के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता।