आनंद श्रीवास्तव। नरसिंहपुर।
नरसिंहपुर जिला सांप्रदायिक सौहार्द और भाईचारे के रिश्तों को निभाने में औरों से अलग है। यहां कभी-कभार कुछ दुष्ट प्रकृति के लोगों ने तनाव के हालात पैदा करने की कोशिश की है लेकिन गंगा-जमुनी तहजीब को मानने वाले लोगों ने इस पर पानी फेरकर रख दिया। ऐसा ही उदाहरण करेली में हिंदू भावनाओं को आहत करने का है। इस निंदनीय मामले में सिर्फ हिंदू संगठनों ने ही नहीं बल्कि मुस्लिम संगठनों ने भी आगे आकर दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। सबसे अहम फैसला तो जिला वक्फ कमेटी का रहा है, जिसने जिले की सभी मस्जिदों में नमाज में नौजवानों को गलत कामों से दूर रहने, उन्हें सतर्क करने का जिम्मा मौलवियों को सौंपा है। देश में संभवत: इस तरह की नायाब पहल करने वाला जिले का वक्फ बोर्ड इकलौता संगठन है। जिला वक्फ कमेटी अध्यक्ष व मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के मो. हुसैन पठान ने जारी बयान में कहा कि किसी भी धर्म के प्रति धार्मिक आस्था को ठेस पहुंचाना इस्लाम का हिस्सा नहीं है। करेली में हिंदू देवी-देवताओं के अपमानजनक चित्रों को वायरल करने वालों की वक्फ कमेटी तीव्र निंदा करती है। उन्होंने जिले की तमाम मस्जिदों के अध्यक्षों को निर्देश जारी किए कि वे शुक्रवार की नमाज में तकरीर के दौरान अपनी मस्जिदों के मौलवियों से नौजवानों को ऐसे गलत कामों से दूर रहने हिदायत दिलवाएं, जिससे जिले की गंगा-जमुनी तहजीब बनी रहे।
मुस्लिम संगठन बोले-सख्त हो कार्रवाई
करेली के मामले में मदीना मस्जिद कमेटी और वक्फ जामा मस्जिद कमेटी ने भी घटना की तीव्र भर्त्सना की। दोनों पवित्र संस्थाओं के सदस्यों ने करेली थाना प्रभारी को पत्र सौंपकर कहा कि करेली शहर सदैव सांप्रदायिक सद्भाव व हिंदू-मुस्लिम एकता की पक्षधर रही है। कतिपय लोगों ने इस सद्भाव को बिगाड़ने की कोशिश की है, ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए।