नरसिंहपुर। लक्ष्य हासिल करने के लिए कठिन मेहनत के बूते तमाम अभाव बौने हो जाते हैं। संभावना के आसमां में सफलता की उड़ान लक्ष्यप्राप्ति का जज्बा लेकर ही भरी जा सकती है। इस बात को शहर के छात्र तांजुल सराठे ने सच कर दिखाया है।दो साल पूर्व कक्षा 10वीं की प्रदेश मेरिट में 9वें स्थान पर रहे शहर के तांजुल सराठे ने इस बार 12वीं बोर्ड परीक्षा के परिणामों में भी अपनी उपलब्धि बरकरार रखी है। अपनी मेहनत और लगन के बूते गणित संकाय के छात्र तांजुल ने हाल ही में एमपी बोर्ड द्वारा घोषित परिणाम में 98.6 फीसद अंक अर्जित किए हैं। उसे अमूमन सभी विषयों में डिक्टेंशन मिला है। रसायन और भौतिकी विषयों में शत-प्रतिशत अंक हासिल हुए हैं।
गरीब परिवार से ताल्लुक रखने वाले तांजुल सराठे अपनी इस उपलब्धि का पूरा श्रेय माता-पिता को देते हैं। इनके पिता चेतराम सराठे (मुन्न्ा) घर-घर जाकर लोगों की हेयर कटिंग करते हैं। पिछले साल अतिक्रमण हटाओ मुहिम के कारण इन्हें अपनी छोटी सी सैलून की दुकान से हाथ धोना पड़ा था। तांजुल की माता श्रीमती सावित्री सराठे एक निजी स्कूल में शिक्षिका हैं। तांजुल के अनुसार माता-पिता ने उन्हें हमेशा अपनी अपने हालातों से लड़ना सिखाया है। पढ़ाई-लिखाई में जिस चीज की जरूरत रही, उन्होंने उपलब्ध कराई। तांजुल से बड़ी दो बहनें भी हैं। छात्र की ख्वाहिश स्नातक के बाद सिविल सर्विसेज में जाने की है। इसके लिए वह देश के प्रमुख विश्वविद्यालयों बीएचयू वाराणसी, जेएनयू नई दिल्ली, होल्कर यूनिवर्सिटी इंदौर की प्रवेश परीक्षा के लिए तैयारी कर रहा है। तमाम अभावों, परेशानियों के बावजूद आत्मविश्वास से भरा तांजुल अपनी किस्मत खुद लिखने में भरोसा करता है। उसके अनुसार यदि आपके पास लक्ष्य स्पष्ट हो तो हर अड़चन और बाधा अपने आप ही दूर हो जाती है। हालांकि सबके सब पास की नीति के चलते प्रदेश की मेरिट लिस्ट घोषित न होने से वह थोड़ा निराश भी है। उसके अनुसार यदि ये लिस्ट घोषित होती तो निश्चित रूप से पहले सात में जरूर स्थान बनाता।
इनका ये है कहना
सबके सब पास की नीति के कारण इस बार जिला न ही प्रदेशस्तर पर मेरिट सूची बनाई गई है। इसके कारण प्रतिभाओं को कहीं न कहीं मायूसी जरूर होगी। फिलहाल बोर्ड के परिणाम में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को प्रोत्साहन राशि या लैपटॉप देने संबंधी निर्देश नहीं आए हैं। जैसे ही शासन इस दिशा में कोई दिशा-निर्देश जारी करता है, संबंधित स्कूलों को इससे अवगत करा दिया जाएगा।
अरुण कुमार इंगले, जिला शिक्षाधिकारी, नरसिंहपुर।