नरसिंहपुर। मुख्यालय से लगे ग्राम धुवगट में मंगलवार की सुबह एडीएम, एसडीएम ने खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की टीम के साथ एक ग्रामीण के घर दबिश दी। जहां से जांच टीम ने एक एल्युमीनियम के गंज में रखा करीब 15 लीटर डालडा देखा और नंदी ब्रांड एसेंस बरामद किया। जिसका इस्तेमाल नकली घी एवं दूध बनाने में किया जाता है। खाद्य सुरक्षा विभाग ने यहां से डालडा के 4 सैंपल लिए। जांच टीम जैसे ही ग्रामीण के घर पहुंची तो परिवार की महिलाएं आगे आ गईं। जिससे टीम में शामिल एक महिला अधिकारी से यहां कार्रवाई कराई गई।
ग्राम धुवगट में नकली घी बनाने का कार्य होने की सूचना पर एडीएम मनोज ठाकुर, एसडीएम आरएस बघेल एवं खाद्य सुरक्षा अधिकारियों का दल अपने-अपने वाहनों से धुवगट पहुुंचा। यहां अधिकारियों की टीम ने दौलत साहू के मकान पर जांच के लिए दबिश दी। जिसमें एक बाल्टी में करीब 8 लीटर दूध मिला साथ ही एल्युमीनियम के एक गंज में करीब 15 किलो डालडा सहित नंदी ब्रांड एसेंस की शीशी मिली। एडीएम श्री ठाकुर ने बताया कि महिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी से जांच कराई गई और डालडा के 4 सैंपल लिए गए। एसेंस का उपयोग आमतौर पर नकली घी एवं दूध बनाने में होता है। जिससे बनाए गए घी में खुशबू रहती है और इस घी का उपयोग ज्यादातर भोज, भंडारो अथवा तंदूरी रोटी पर लगाने में किया जाता है। खाद्य सुरक्षा अधिकारी मनीष जैन ने बताया कि डालडा का सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा जा रहा है। बर्तन में जो डालडा मिला है उसके संबंध में भ्ाी ग्रामीण से पूछताछ की गई है।
ग्रामीण ने कहा मवेशियों को खिलाते हैं डालडा
एडीएम ने बताया कि दौलत के घर में 4 मवेशी हैं और वह करीब 20 किलो दूध का विक्रय करता है। उसका कहना है कि घर में जो डालडा मिला है वह मवेशियों को खिलाने के लिए लाया गया था। ग्रामीण की यह बात आश्चर्यजनक है कि मवेशियों को वह डालडा खिलाता था। पूरे मामले की जांच कराई जा रही है। कार्रवाई में खाद्य सुरक्षा अधिकारी सारिका दुबे सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी शामिल रहे।