सांसद श्री गंगवार ने अपने अपने संबोधन में कहा कि यह अस्पताल अब आईपी और लाभार्थियों की कठिनाइयों को कम करेगा क्योंकि पहले उन्हें बेहतर चिकित्सा उपचार के लिए एम्स, दिल्ली या लखनऊ जाना पड़ता था। मंत्री ने यह भी घोषणा की कि इस ईएसआईसी अस्पताल की सुविधाओं को नाममात्र उपयोगकर्ता शुल्क चार्ज करके आम लोगों के लिए उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि इस अस्पताल को भविष्य में एक मॉडल अस्पताल में बदल दिया जाएगा।
इस अस्पताल का निर्माण 90 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से 4.67 एकड़ के एक भूखंड क्षेत्र पर किया जाएगा। यह बरेली और आसपास के 2 लाख ईएसआई लाभार्थियों के लिए बहुत फायदेमंद साबित होगा। यह अस्पताल अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा। माइनर ओटी, रिससिटेशन रूम, कैजुअल्टी वार्ड, सीएमओ रूम, फ्रैक्चर क्लिनिक, एक्स-रे, ईसीजी, सैंपल कलेक्शन, रेडियोलॉजी, ओटी/आईसीयू, वार्ड्स होंगे।