मंगलवार दोपहर को गाडरवारा तहसील के ग्राम जमाड़ा गांव स्थित एक बरसाती नाले में नहाने के दौरान दो बच्चों की डूबने से मौत हो गई। मृतक दोनों बालक जब शाम तक घर नहीं लौटे तो परिजनों ने उन्हें तलाशना शुरू कर दिया। पता चला कि बच्चे नाले में नहा रहे थे। ग्रामीणों ने नाले में डूबे बच्चों की तलाशी करने के साथ ही रात्रि को पुलिस को सूचना दी। बुधवार को दोनों शवों का पोस्टमार्टम किया गया। ग्रामीणों का कहना है कि नाले में मिट्टी का अवैध खनन होने से जानलेवा गड्ढे बन गए है। इस नाले में डूबने से पहले भी दो घटनाओं में तीन बच्चों की मौत हो चुकी है। गाडरवारा तहसील में डूबने से बच्चों की मौत की हफ्ते-दस दिन के भीतर यह दूसरी बड़ी घटना है।
परिजनों के बयान किए: गाडरवारा अस्पताल चौकी के एएसआई अतरलाल धुर्वे ने बताया कि जमाड़ा निवासी राज उर्फ अर्जुन पिता दशरथ ठाकुर 7 वर्ष एवं दिव्यांश पिता गनेश प्रजापति 6 वर्ष की नाले में डूबने से मौत होने पर परिजनों के बयान दर्ज किए हैं।
दशरथ का इकलौता बेटा था अर्जुन: जमाड़ा निवासी दशरथ का मृतक अर्जुन इकलौता बेटा था। उसकी दो संतान थी जिसमें एक बेटी भी है। एक साथ दो बच्चों की मौत से गांव का माहौल गम में डूबा है। ग्रामीणों के अनुसार करीब पांच साल पहले चढ़ार समाज के दो बच्चों की मौत भी इसी नाले में डूबने से हुई थी और एक साल पहले भ्ाी कुम्हार समाज का एक बालक नाले में डूबा था। नाले के आसपास ईंट बनाने का कार्य होता है और इसी कारण यहां मिट्टी का खनन किया जाता है जिससे नाले में कई गहरे गड्ढे बन गए हैं। जो गांव के बच्चों के लिए जानलेवा बन रहे है। नाले का कुछ हिस्सा उथला है और मिट्टी का खनन होने से कुछ हिस्सा काफी गहरा हैै जिससे बच्चे डूब जाते है। पिछले दिनों हुई बरसात के कारण्ा नाले में पानी अधिक है।
राजस्व विभाग करा रहा जांच: घटना के बाद राजस्व विभाग ने मौके की जांच कराने के लिए कार्रवाई शुरू कर दी है। गाडरवारा तहसीलदार राजेश मरावी का कहना है कि जिस जगह घटना हुई है वह तालाबनुमा गड्ढा है जिसमें पानी भरा है। ग्राम कोटवार से पूरी जानकारी मांगी गई है। अभी जानकारी में यही सामने आया है कि जहां बच्चों के डूबने की घटना हुई है वहां तालाबनुमा गड्ढा था। अभी यह कहना मुश्किल है कि वह नाला थ्ाा कि तालाब ही था।