मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से आज निवास पर महिला समन्वय के प्रतिनिधि-मंडल ने भेंट कर मध्यप्रदेश में घरेलू कामकाजी महिलाओं की स्थिति पर रिपोर्ट प्रस्तुत की। रिपोर्ट में महिलाओं की शिक्षा, उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य, आहार, प्रसन्नता, सामाजिक-आर्थिक स्थिति, निर्णय लेने में भूमिका और परिवार में उनकी स्थिति दर्शायी गई है। रिपोर्ट से घरेलू कामकाजी महिलाओं के जीवन और समाज में उनकी स्थिति सुधारने के लिए नई नीतियाँ बनाने में मदद मिलेगी।
दृष्टि स्त्री अध्ययन प्रबोधन केंद्र की सर्वेक्षण समन्वयक डॉ. निवेदिता शर्मा के मार्गदर्शन में मध्यप्रदेश में घरेलू कामकाजी महिलाओं की स्थिति पर किए गए अध्ययन तथा परियोजना संचालक डॉ. मनीषा कोथेकर के नेतृत्व में की गई “स्टडी ऑन ईवल कस्टम रिलेटेड टू विमेन इन मध्यप्रदेश विद स्पेशल रेफरेंस टू मालवा रीजन” की प्रति मुख्यमंत्री श्री चौहान को भेंट की गई।
मुख्यमंत्री श्री चौहान को महिला समन्वय द्वारा स्वामी विवेकानंद विश्वविद्यालय, सागर तथा शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास, नई दिल्ली के मार्गदर्शन में आत्म-निर्भर सागर के अंतर्गत स्व-सहायता समूह द्वारा निर्मित शुद्ध पूजन सामग्री किट भी भेंट की गई। महिला समन्वय द्वारा महिलाओं के स्व-रोजगार और स्वावलंबन के लिए त्रैमासिक फैशन डिजाइनिंग प्रशिक्षण केंद्र संचालित किया जाता है। इसमें प्रशिक्षण प्राप्त कर 110 महिलाओं द्वारा स्वयं के उद्यम स्थापित किए गए हैं। साथ ही स्व-सहायता समूह गौवंश से निर्मित सामग्री के निर्माण में भी सक्रिय है।
प्रतिनिधि-मंडल में महिला समन्वय की मध्य भारत प्रांत की संयोजक डॉ. शशि ठाकुर, मध्य क्षेत्र की समन्वयक सुश्री शोभा पैठनकर, अखिल भारतीय सह संयोजिका श्रीमती मीनाक्षी विश्वे, महाकौशल क्षेत्र की समन्वयक डॉ. ममता सिंह, मध्यप्रदेश की भारतीय स्त्री शक्ति संगठन की अध्यक्ष श्रीमती किरण शर्मा तथा डॉ. निवेदिता शर्मा सम्मिलित थी।