नगर गौरव दिवस : स्टेडियम ग्राउंड हुआ होलीमय, गुलाल एवं पुष्प वर्षा से हुई बृज की होली जीवंत
नरसिंहपुर. नगर गौरव दिवस- नरसिंह महोत्सव के अंतर्गत दूसरे दिन शुक्रवार 13 मई की रात्रि में मथुरा- वृंदावन से आये माधवा’ज रॉक बैंड के भक्ति संकीर्तन की प्रस्तुतियों ने नरसिंहपुर में धूम मचा दी। स्टेडियम ग्राउंड में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान मौजूद दर्शक कृष्ण भक्ति के रस से सराबोर हो गये। रॉक बैंड की प्रस्तुतियों के दौरान मौजूद लोग झूम उठे और कलाकारों के साथ नृत्य करने लगे।
स्टेडियम ग्राउंड में जब रॉक बैंड के कलाकारों ने फूलों और रंग- गुलाल के साथ बृज की होली लोगों के साथ खेली, तो सभी प्रफुल्लित और आनंदित हो उठे। माधवा’ज रॉक बैंड ने भगवान नरसिंह की वंदना के साथ “नमस्ते नरसिम्हा…” गीत प्रस्तुत किया। इसके बाद “राधे किशोरी दया करो…”, “जय राधा माधवा- हरे कृष्ण, हरे कृष्ण…”, “राधे गोविंदा…”, “मेरे बांके बिहारी लाल तू इतना न करियो सिंगार नजर लग जायेगी…”, “राधेश्याम, राधेश्याम… सीता राम- सीता राम…”, “श्री राधा- श्री राधा…”, “नंद भवन में उड़ रही धूल, धूल मोहे प्यारी लगे…”, “हरे- हरे कृष्णा, हरे कृष्णा हरे रामा…”, “राधे- राधे, जपो चले आयेंगे बिहारी…”, “छोटी- छोटी गईयां- छोटे- छोटे ग्वाल छोटो सो मेरो मदन गोपाल…”, “हाथी घोड़ा पालकी- जय कन्हैया लाल की…”, “गोविंदा आला रे…” जैसे अनेक गीतों पर मोहक नृत्य प्रस्तुत किये। रॉक बैंड के प्रस्तुतिकरण में स्वर माधुर्य, लयबद्धता, भक्तिरस और भरपूर ऊर्जा समाहित थी।
सभी आयु वर्ग के लोगों ने उठाया उत्सव का लुत्फ
रॉक बैंड द्वारा नृत्य एवं गीतों की इतनी मनमोहक एवं आकर्षक प्रस्तुति दी गई थी कि दर्शक अपने आप को नृत्य करने से रोक नहीं पाये। इसमें बच्चे, युवा, महिलायें, बुजुर्ग सभी शामिल हुए। इसी के साथ स्टेडियम ग्राउंड पर विभिन्न महिला समूहों ने गरबा नृत्य भी किया। दर्शकों ने नरसिंह जयंती के उत्सव का भरपूर आनंद लिया।
माधवा’ज रॉक बैंड पहली बार शामिल हुआ किसी प्रशासकीय कार्यक्रम में
रॉक बैंड के कलाकार नंदकिशोर ने बताया कि उनका बैंड जब से शुरू हुआ है, तब से पहली बार इस बैंड ने किसी प्रशासकीय कार्यक्रम में अपनी प्रस्तुति दी हैं। नरसिंहपुर के लोगों ने संगीतमयी भजन, कीर्तन आदि का भरपूर लुत्फ उठाते हुए भरपूर सहयोग किया। इसके लिए वे विशेष आभारी हैं।
माधवा’ज रॉक बैंड की ओर से विधायक जालम सिंह पटैल एवं कलेक्टर रोहित सिंह को भगवत गीता भेंट की गई।