बिजली प्लांटों के कारण नरसिंहपुर में छाया था जलसंकट, नपा ने ढूंढ लिया उपाय
बिजली प्लांटों के कारण नरसिंहपुर में छाया था जलसंकट, नपा ने ढूंढ लिया उपाय
नरसिंहपुर। डेडवारा जल संयंत्र के जरिए चिनकी घाट से नर्मदा जल जिला मुख्यालय के घरों-घर नल के जरिए पहुंचाने का सिलसिला पिछले साल ही शुरू हुआ था। हालांकि वर्तमान में बरगी बांध स्थित बिजली प्लांटों द्वारा 24 घंटे के बजाय 16 घंटे ही टरबाइन चलाने के कारण डिस्चार्ज पानी कम मात्रा में ही नदी में छोड़ा रहा था। जिसके कारण नर्मदा का जलस्तर कम हुआ ही था, साथ ही नरसिंहपुर के करीब 22 वार्डों में बीते एक सप्ताह से जलसंकट की स्थिति निर्मित हो गई थी। इस समस्या को फिलहाल नगरपालिका की एक तरतीब ने दूर कर दिया है। चिनकी घाट में लगी मोटर को नदी की गहराई में ले जाकर पाइप लाइन बढ़ा दी गई है। जिसके कारण नर्मदा का जल पर्याप्त मात्रा में डेडवारा फिल्टर प्लांट को मिलने लगा है। गुरुवार से इसकी सतत आपूर्ति भी शुरू हो गई। संयंत्र से जुड़ीं सभी टंकियां भी एक हफ्ते बाद अपनी पूरी क्षमता के साथ भरी गईं।
गुरुवार को चिनकी घाट से पहले की तरह नर्मदा जल की सप्लाई डेडवारा स्थित वाटर फिल्टर प्लांट में की गई। इससे लोगों को दोनों वक्त भरपूर पानी मिला। नगरपालिका के जल शाखा प्रभारी प्रदीप नगाइच के अनुसार जलापूर्ति पर्याप्त होने से झिरना, हाउसिंग बोर्ड, नरसिंहपुर स्थित प्लांट से जुड़ीं अन्य टंकियां पूरी तरह से लबालब हो गईं। जबकि पिछले एक-डेढ़ सप्ताह से ये टंकियां आधी ही भर पा रहीं थीं। जलापूर्ति भरपूर होने से शहर के विभिन्न् वार्डों में लोगों को दोनों वक्त भरपूर पानी मिला। श्री नगाइच के अनुसार यदि एक-दो दिन में पानी और गिरता है तो इस तरह का संकट नहीं होगा।
नर्मदा प्लांट में मशीनरी की सफाई
मुख्य नगरपालिका अधिकारी केएस ठाकुर के अनुसार नर्मदा के चिनकी घाट पर स्थित प्लांट में लगी मशीनरी की पिछले तीन दिन से सफाई कराई जा रही थी। बुधवार को नर्मदा से पानी खींचने वाली मोटर को नदी की गहराई में पहुंचाया गया। ताकि सिकुड़ते घाट और बरगी बांध से कम छोड़े जा रहे पानी की वजह से आपूर्ति पर विपरीत असर न पड़े। गुरुवार को भी मशीनों की सफाई का काम चलता रहा। मोटर को नदी की गहराई में पहुंचाने के साथ-साथ पाइप लाइन भी बढ़ाई गई है।