नरसिंहपुर।
पुलिस ने एक माह पूर्व ग्राम मुंगवानी में हुई अंधी हत्या का पर्दाफाश कर दिया है। मृतक के नौकर ने ही मजदूरी के पैसों के लेनदेन को लेकर अपने मालिक की हत्या की थी। तथा हत्या कर नौकरी छोड़कर भाग गया था। पुलिस ने जांच में पाया कि हत्या के समय से ही संबंधित व्यक्ति गायब है तो उन्होने संदेह पर आरोपी से पूछताछ की जिस पर पुलिस के सामने आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। विदित हो कि इस अंधे हत्या के आरोपी को पकड़ने के लिए पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने 10 हजार रूपये का ईनाम भी घोषित किया था। शनिवार को ग्राम केरपानी के पास से पुलिस ने आरोपी को पकड़ा और पूछताछ कर जेल भेजने की कार्रवाई की।
26 अक्टूबर को जिले के ग्राम मंुगवानी में पुलिस को मृतक अभिषेक राजौरिया के भाई राकेश ने मुंगवानी थाने में सूचना दी कि उसके भाई का शव खेत में मिला है जिस पर मुगवानी थाने में पुलिस ने मामला कायम कर विवेचना प्रारंभ की। पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने आरोपी की गिरफ्तारी के लिए एक टीम का गठन किया गया। जिसमें एएसपी सुनील शिवहरे, गोटेगांव एसडीओपी परषोत्तम मरावी के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी एसआई रोहित पटेल, प्रधान आरक्षक दिनेश घोषी, गौतम, देवदत्त व उत्तम की टीम बनाई गई। पुलिस को जांच में पता चला कि मृतक के खेत में कार्य करने वाला उसका नौकर रम्मू पिता बब्बू गौंड़ 31 निवासी जैतपुर थाना देवरी जिला सागर घटना के बाद से ही गायब है और कार्य पर वापिस नहीं आया है। जिससे पुलिस का रम्मू पर शक बढ़ गया और उसकी तलाश की जाने लगी। पुलिस को पता चला कि रम्मू वर्तमान में केरपानी समनापुर में कार्य कर रहा है तो मुंगवानी पुलिस ने कोतवाली से आरक्षक प्रहलाद एवं करन पटेल की मदद से आरोपी को केरपानी पुल के पास से गिरफ्तार कर लिया।
पैसे के लेनदेन को लेकर की हत्या
पुलिस को पूछताछ में आरोपी रम्मू ने बताया है कि उसे अपने मालिक मृतक अब्बू राजौरिया से मजदूरी का पैसा लेना था। जिसे उसने मांगा तो मालिक ने मना कर दिया और विवाद होने लगा। इसी दौरान उसने पत्थर से उस पर वार कर दिया तो उसकी मौत हो गई।