नरसिंहपुर। टोटल लॉक डाउन के कारण व्यावसायिक गतिविधियों के साथ-साथ जिले की खेतीबाड़ी भी ठप पड़ी है। इससे किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें उभरता स्वाभाविक है। यद्यपि किसानों ने लॉक डाउन का समर्थन किया है। उनका कहना है कि आने वाले 14 दिन कोरोना से लडऩे के लिए काफी महत्वपूर्ण है। बावजूद इसके उनका तर्क है कि यही वो अवधि है जब किसानों का पीक समय चल रहा है। किसानों के अनुसार इस दौरान खेतों में हार्वेस्टिंग, थ्रेसिंग, बखरनी, व आगामी मूंग की बोहनी के लिए हर किसान को डीजल की आवश्यकता पड़ेगी। अत: उन्होंने कलेक्टर महोदय से कृषि कार्य हेतु किसानों को डीजल की व्यवस्था कराने का आग्रह किया है। इसके साथ ही हार्वेस्टर, भूसा मशीन सहित सभी कृषि उपकरणों को खेतों में चलने की छूट प्रदान करने की मांग भी की है, ताकि किसान की फसल की गहाई समय पर हो सके व आगामी मूंग की फसल की बोहनी की जा सके। किसानों का कहना है कि भूसा मशीन व रोटोवेटर ना चलने की स्थिति में किसानों को गेँहू के खाली खेतों में आग लगाने को मजबूर होना पड़ेगा, जो कि प्रदूषण की समस्या बढ़ाएगा।