टि्वटर व फेसबुक अकाउंट पर पूर्व जिपं अध्यक्ष देवेंद्र पटेल ने नर्मदा नदी के शगुन घाट व कुड़ी घाट पर माफिया द्वारा किए जा रहे अवैध खनन पर चिंता जताई। वहीं उन्होंने यहां अवैध रूप से भंडारित रेत को जब्त करने के बजाय माफिया को सूचित कर रेत उठवाने की गतिविधि को सीधे-सीधे चोरी बताया। उन्होंने जिला प्रशासन से मांग की कि जिला खनिज अधिकारी के खिलाफ यदि चोरी का प्रकरण दर्ज नहीं होता है तो कांग्रेस सड़क पर उतरकर उग्र प्रदर्शन करेगी। मोबाइल पर चर्चा के दौरान देवेंद्र पटेल ने कहा कि जिले में नर्मदा समेत सभी नदियों में बिना रायल्टी पर्ची के रेत का अवैध परिवहन, खनन जोरों पर है। दिन-रात होने वाली इस अनैतिक गतिविधि से खनिज विभाग के अफसर खुद को अंजान कैसे बता सकते हैं। उन्होंने ये भी कहा कि ये सब मिलीभगत का नतीजा है। जिले के खनिज अधिकारियों की माफिया से सांठगांठ है। उन्होंने अवैध खनन व परिवहन के मामले में मुख्यमंत्री पर भी आरोप लगाया। श्री पटेल ने चेतावनी दी कि यदि जिला खनिज अधिकारी के खिलाफ रेत चोरी करवाने का मुकदमा दर्ज नहीं होता है तो कांग्रेस पार्टी किसानों, आमजनों व जनप्रतिनिधियों के माध्यम से ऐसा आंदोलन करेगी कि प्रशासन के लिए उसे संभालना तक मुश्किल हो जाएगा।
एक करोड़ कीमत की थी रेत
शगुन व कुड़ी घाट में गुरुवार को जिला खनिज अधिकारी रमेश पटेल ने मौके पर जाकर खुद स्वीकारा था कि यहां पर रेत के विशाल करीब 9 भंडार मिले हैं। बावजूद इसके उन्होंने इसे जब्त कराने में रुचि नहीं दिखाई, न ही इस बारे में संबंधित पुलिस थानों को ही सूचित किया। उल्टे इसकी जानकारी जरूर माफिया को दे दी, जिसके बाद शुक्रवार-शनिवार को रेत का ये विशाल भंडार खत्म कर दिया गया। रेत खनन के जानकारों की मानें तो शगुन व कुड़ी घाट पर करीब 1 करोड़ रुपये मूल्य की रेत का भंडारण था। पूर्व जिपं अध्यक्ष देवेंद्र पटेल ने भी इसी तरह की बात कही है।
युवक कांग्रेस का धरना-प्रदर्शन आज
नर्मदा के प्रतिबंधित शगुन व कुड़ी घाट पर भंडारित रेत की चोरी कराने के खिलाफ जिला युवक कांग्रेस ने आंदोलन का शंखनाद कर दिया है। युकां के कार्यकर्ता सोमवार को जिला खनिज विभाग के परिसर में धरना-प्रदर्शन करेंगे। जिलाध्यक्ष भूपेंद्र सौरभ शर्मा, भोला ठाकुर व तिलक राज चौहान द्वारा जारी संयुक्त विज्ञप्ति में कहा गया है कि रेत के अवैध खनन व माफिया के साथ-साथ जिला खनिज अधिकारी के विरुद्ध तत्काल दंडात्मक कार्रवाई की जाए। जब तक ये मांग पूरी नहीं होती है, तब तक वे धरने पर बैठे रहेंगे। धरना कार्यक्रम दोपहर 12 बजे से रखा गया है।