नरसिंहपुर। बुधवार को जिले की सहकारी समितियों द्वारा वर्ष 2020-21 के खरीफ एवं रबी सीजन में वितरित किए गए अल्पकालीन फसल ऋण की लक्ष्य के अनुरूप वसूली न होने पर 16 समिति प्रबंधकों के निलंबन और बर्खास्तगी के आदेश जारी किए गए हैं। इससे सहकारी समितियों में हड़कंप की स्थिति निर्मित हो गई है।
जानकारी के अनुसार बुधवार को सहकारी बैंक में हुई समीक्षा में पाया गया कि कई समितियों द्वारा किसानों से संपर्क न करते हुए उनसे कृषि ऋण की वसूली नहीं हुई। जिससे शासन की योजना का लाभ्ा पाने में किसानों को समस्या का सामना करना पड़ा है। मामले में बैंक महाप्रबंधक आरसी पटले ने 7 शाखा प्रबंधको से स्पष्टीकरण तलब किया है। वही संबंधित 16 समितियों के प्रबंधक के खिलाफ निलंबन तथा प्रभ्ाारीयों को सेवा से पृथक करने की कार्रवाई प्रस्तावित करने की निर्देश दिए है।
सहकारी समितियों द्वारा वर्ष 2020 खरीफ में 211.54 करोड़ रुपये एवं रबी सीजन में 159.64 करोड़ रुपये कुल 371.18 करोड़ रुपये अल्पकालीन फसल ऋण के रूप में वितरित किए गए हैं। उक्त ऋणों की वसूली के लिए सतत अभ्ाियान जारी है। ऋण चुकता करने वाले किसानों को शासन की शून्य प्रतिशत ब्याज योजना के लाभ्ा के अलावा नवीन ऋण की पात्रता प्राप्त हो रही है। उक्त ऋण वसूली अभ्ाियान में लापरवाही बरतने वाले कर्मचारियों की कार्यप्रणाली पर सख्त नाराजगी जताते हुए बैंक महाप्रबंधक श्री पटले ने उक्त कार्रवाई के निर्देश दिए है।
इनसे मांगा स्पष्टीकरण: जिन शाखा प्रबंधको से स्पष्टीकरण तलब किया गया है। उनमें नरसिंहपुर, करकबेल, कौड़िया, सिहोरा, तेंदूखेड़ा, गाडरवारा एवं चीचली शाखा के प्रबंधक शामिल है।
इनके खिलाफ निलंबन-सेवा से पृथक करने कार्रवाई: वहीं ऋण वसूली अभ्ाियान में लक्ष्य पूर्ति में पिछड़ी समिति बैहरपौड़ी, धमना, देवनगर, नयागांव, झामर, बरेहटा, मगरधा, लिलवानी, भ्ौसा, नरवारा, चिर्रिया, बोहानी, पनारी, काचरकोना, नांदनेर व छैनाकछार के समिति प्रबंधको के विरूद्ध निलंबन तथा प्रभ्ाारीयों को सेवा पृथक करने की कार्रवई के निर्देश दिए गए है। बैंक महाप्रबंधक ने संबंधित अधिकारी कर्मचारीयों को चेतावनी देते हुए कहा है कि 30 जून के पूर्व लक्ष्य की शत-प्रतिशत पूर्ति न होने पर इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।