नरसिंहपुर : स्कूल में नहीं मिले रतनजोत के पेड़, स्वस्थ होकर घर पहुंचे 17 नौनिहाल
नरसिंहपुर। मुंगवानीटोला गांव के 21 में से 17 बच्चे दोपहर को जिला अस्पताल से स्वस्थ होकर घर पहुंचे तो गांव के हर आंगन में बच्चों को देखने के लिए आए लोगों की आवाजाही बनी रही। मुख्यालय से दूरस्थ आदिवासी ग्राम मुंगवानी टोला निवासी 2 से 10 वर्ष तक के करीब 21 बच्चों को शनिवार की देर शाम रतनजोत के बीज खाने से जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जिनकी हालत जानने कलेक्टर वेदप्रकाश, एडीएम मनोज ठाकुर सहित अन्य अधिकारी पहुंचे। सिविल सर्जन डॉ. अनिता अग्रवाल की मार्गदर्शन में डॉक्टरों की टीम बच्चों के इलाज और उनकी सेहत पर नजर रखने मुस्तैद रही। रातभर अस्पताल में भर्ती रहने के बाद स्वस्थ हुए 17 नौनिहालों को अस्पताल से छुट्टी देकर घर भेजने की कार्रवाई दोपहर में शुरू हुई। वहींे 4 बच्चों को सुबह तक उल्टियां होने से भर्ती रखा गया। बच्चों की सेहत को लेकर रात भर चिंतित और परेशान रहे स्वजनों ने भी बच्चों के ठीक होने से राहत की सांस ली।
वहीं सोमवार की सुबह शिक्षा विभाग से बीआरसी और अन्य अमले को भी मुंगवानी टोला जाकर स्कूल परिसर की जांच करने कहा गया। जिससे स्पष्ट हो सके कि स्कूल परिसर में रतनजोत के पेड़ होने की जो बात बताई जा रही है वह कितनी सत्य है। टीम जब गांव पहुंची और स्कूल परिसर का मुआयना किया तो परिसर मंे रतनजोत के पेड़ नहीं पाए गए। शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने स्कूल से थोड़ी दूर सड़क किनारे जरुर बाड़ी के साथ लगे कुछ रतनजोत के पेड़ देखे और राहत की सांस ली। मौका निरीक्षण की जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को दी।
बीआरसी को मुंगवानी टोला जांच करने भेजा गया था। लेकिन स्कूल परिसर में रतनजोत के पेड़ नहीं पाए गए हैं। इसलिए यह बात सही नहीं पाई गई कि बच्चों ने स्कूल परिसर में लगे पेड़ो से बीज खाए थे। अधिकांश बच्चे स्वस्थ्य होकर घर लौट गए हैं।
मनोज कुमार ठाकुर, एडीएम नरसिंहपुर