नरसिंहपुर। जिले में कोरोना संक्रमण के कारण शुक्रवार को गाडरवारा निवासी एक व्यक्ति की मौत होने पर प्रशासन ने कोविड प्रोटोकॉल के तहत अंतिम संस्कार कराया। इस मामले के साथ ही अब जिले में कोरोना से मरने वालों की संख्या 31 हो गई है। वहीं संक्रमण के लगातार बढ़ते असर से मरीजों की संख्या भी 254 हो गई है। जबकि कोरोना संदिग्धों की संख्या 50 हजार 453 हो गई है। संक्रमितों की जानकारी आम न होने से लोगों को पता भ्ाी नहीं चल पा रहा है कि उनके आसपास कौन संक्रमित है और उसके संपर्क वाले कौन-कौन हैं। लोगों की मांग है कि उन्हें पता चलना चाहिए कि आखिर जिस जगह वे रह रहे हैं वहां कितने मरीज संक्रमित हैं ताकि वे अपनी स्वास्थ्य सुरक्षा तय कर सकें।
बीते गुरुवार को गाडरवारा निवासी एक व्यक्ति को जिला अस्पताल में भर्ती किया गया था। जिसे सर्दी-बुखार के साथ ही सांस लेने में तकलीफ थी और जांच रिपोर्ट में वह संक्रमित पाया गया था। जिससे मरीज की मृत्यु होने पर उसका अंतिम संस्कार प्रशासन की निगरानी में झिरना रोड स्थित शमशान घाट में किया गया। इस दौरान नगर पालिका, राजस्व, स्वास्थ्य विभाग का अमला मौजूद रहा।
संक्रमित ने कहा अस्पताल से मिली एक्सपायरी डेट की दवाई
करेली निवासी एक कोरोना संक्रमित मरीज ने जिला अस्पताल से एक्सपायरी डेट की दवाईंया देने का आरोप लगाया है। युवक ने इंटरनेट मीडिया पर अपना वीडियो वायरल कर कहा है कि उसे जिला अस्पताल से जो दवाईंया दी गईं उसमें एक दवाई ऐसी थी जो जनवरी में एक्सपायरी हो चुकीं थी। जिनका सेवन उसने घर आकर किया और एक दिन जब उसकी नजर दवाई के स्ट्रिप पर पड़ी तो उसमें दर्ज एक्सपायरी डेट देखकर वह घबरा गया। युवक का कहना है कि वह 27 मार्च को कोरोना पॉजीटिव पाया गया था और कुछ दिन अस्पताल में भर्ती करने के बाद कुछ दवाईयां देकर होम आइसोलेट रहने कहा गया।