नरसिंहपुर: दिल्ली आंदोलन में शहीद हुए किसानों के स्मारक में लगेगी नरसिंह भूमि की मिट्टी
नरसिंहपुर। कृषि कानूनों के खिलाफ लगातार चल रहे देशव्यापी किसान आंदोलन को लेकरहर क्षेत्र से किसानों का किसी न किसी रूप में जुड़ाव हो रहा है। इसी कड़ीं में गुजरात के दांडी से गत 30 मार्च को प्रारंभ हुई मिट्टी सत्याग्रह यात्रा के माध्यम से हर प्रदेश के क्षेत्र की मिट्टी को एकत्र कर दिल्ली की बार्डर पर ले जाया जा रहा है। यहां किसान आंदोलन में संघर्ष करते शहीद हुए किसानों के सम्मान में बनाए जा रहे स्मारक में इस मिट्टी को अर्पित कर शहीद किसानों के योगदान को याद किया जाएगा। इस स्मारक में नरसिंह भूमि की मिट्टी भी अर्पित होगी।
शहीद किसानों के सम्मान में मिट्टी सत्याग्रह में सहयात्री और सहभागी बनी संयुक्त किसान मोर्चा की प्रदेश उपाध्यक्ष एड. आराधना भार्गव मध्यप्रदेश के महाकोशल क्षेत्र सहित प्रदेश के अन्य जिलों से मिट्टी एकत्र करने के अभियान में जिले में भी पहुंचीं। वे जिला मुख्यालय पर कृषि कानूनों सहित अन्य स्थानीय मुद्दों को लेकर लगातार 2 माह से अधिक समय से चल रहे भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन स्थल पर पहुंचीं। यहां जिले के लगभग 17-18 गांवों के किसानों से एकत्र की गई मिट्टी भारतीय किसान यूनियन के बाबूलाल पटेल ने अपने हाथों से आराधना भार्गव को सौंपी। इस दौरान श्रीमती भार्गव ने बताया कि हमारी भूमि और उसकी मिट्टी से हमें कितना लगाव है उसका सम्मान और उसको बचाए जाने की हम सबकी जिम्मेदारी है। सरकार काले कृषि कानूनों के माध्यम से हमारी भूमि और हमारी यही मिट्टी हमसे छीनना चाहती है। मध्यप्रदेश के हमारे सिवनी जिले के पलारी और बैतूल जिले के मुलताई जिलों के किसानों ने जिस तरह किसानों के हक की बात करते हुए अपनी जान दी थी, उन क्षेत्रों की मिट्टी को भी इस मिट्टी सत्याग्रह में एकत्र कर दिल्ली बार्डर पर लेकर जाया जाएगा। इस दौरान भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष बाबू पटेल, ठाकुर गोविंद सिंह चिनकी, रघुनाथ सिंह झामर, कुंजबिहारी यादव उसरी,अनिल पालीवाल पाठा, नरेश भार्गव खुरपा, देवेंद्र दुबे नरसिंहपुर, नन्हे लाल जाटव उमरपानी, सुबोध शर्मा आदि उपस्थित रहे।