नरसिंहपुर: मुंगवानी थाना में ऊर्जा महिला डेस्क की शुरूआत
नरसिंहपुर। सोमवार को जिले के मुंगवानी थाना में ऊर्जा महिला डेस्क भवन की शुरूआत हो गई है। पुलिस अधीक्षक विपुल श्रीवास्तव द्वारा स्कूली छात्रा राजेश्वरी अहिरबार से उर्जा डेस्क का फीता कटवाकर उद्घाटन कराया गया। शेष थानों में जल्द ही यह डेस्क कार्य करने लगेगी।
महिला अपराधों पर नियंत्रण एवं पीड़ित महिलाओं की रिपोर्ट पर त्वरित कार्रवाई व अनुसंधान के लिए भारत सरकार की योजना अनुसार पहले चरण में जिले में 11 महिला ऊर्जा डेस्क शुरू होंगी। इसके लिए थानों में महिला बल पूर्व से ही उपलब्ध कराया गया है। ऊर्जा महिला डेस्क के संचालन के लिए सभी 11 डेस्क के लिए महिला एसआइ को संचालक नियुक्त किया गया है। यह डेस्क थानो में एक अलग कक्ष से संचालित होगी जहां पीड़िताओं की रिपोर्ट दर्ज होने से लेकर आगे की कार्रवाई सर्वसुविधायुक्त कक्ष के जरिए होगी। अब तक थानों में पीड़ित महिलाओं-बालिकाओं की रिपोर्ट दर्ज करने, उनके बयान लेने के दौरान यह परेशानी होती थी कि ऐसे मामलों की कार्रवाई के लिए अलग से कोई कक्ष निर्धारित नहीं होता था। जिससे कई बार पीड़िताओं को अपने साथ हुए अपराध को बयां करने में सकुचाना पड़ता था।
डेस्क की संचालक कोतवाली में एसआइ साधना विनोदिया, करेली में दीप्ति मिश्रा, स्टेशनगंज थाना में सरस्वती उइके, गोटेगांव में मनीषा लिल्हारे, ठेमी में सरोज रामसखा, मुंगवानी में एसआइ दिव्या सनोडिया, तेंदूखेड़ा में रूचिका सूर्यवंशी, सुआतला में रजनी शुक्ला, गाडरवारा जयवती कुडोपे, चीचली में सुमन ठाकुर व सांईखेड़ा में सविता कुबेरे को संचालक बनाया गया है। डेस् क के लिए कोतवाली, गाडरवारा, सांईखेड़ा, चीचली, तेंदूखेड़ा, गोटेगांव, ठेमी, मुंगवानी में अलग से नवीन भवन उपलब्ध है। जहां से डेस्क का संचालन होगा। वहीं शेष थानों में डेस्क के लिए एक कक्ष निर्धारित किया जाएगा।
महिला संबंधी अपराधो में रोकथाम के लिए यह महिला ऊर्जा डेस्क शुरू हो रहीं है। अभी हमनें मुंगवानी में एक कक्ष का शुभारंभ कर दिया है। सभी 11 थानों में यह डेस्क कार्य करेगी। जिसके लिए महिला अधिकारियों को संचालक बनाया है। जिले में महिला-बालिकाओं से संबधित अपराधों में देखने में आया है कि जागरूकता का अभाव है। बालिकाओं की दस्तयाबी होती है तो उनका कहना होता है कि वह किसी के बहकावे में आकर चली गई थीं। इन सब स्थितियों को देखते हुए जरुरी है कि इस संबंध में जागरूक करने की जरुरत है।
विपुल श्रीवास्तव, पुलिस अधीक्षक नरसिंहपुर