नरसिंहपुर। प्रदेश के इंदौर, भोपाल, जबलपुर की तरह ही जिले में कोरोना का कहर जानलेवा साबित हो रहा है। संक्रमितों के साथ संदिग्ध लोग भी अपने गिरते मनोबल के चलते काल के गाल में समा रहे हैं। पिछले एक हफ्ते में ही दो दर्जन के लगभग संदिग्ध व संक्रमितों की जान जा चुकी है। शुक्रवार की बात करें तो जिला मुख्यालय में ही नगरपालिका के अमले ने एक कोरोना संक्रमित समेत चार संदिग्धों की चिता को अपनी निगरानी में अग्नि दिलाई।
जानकारी के अनुसार जिला अस्पताल में कोरोना संक्रमण से ग्रस्त एक महिला की मृत्यु होने पर उसका अंतिम संस्कार कोविड-19 की गाइडलाइन के अंतर्गत नकटुआ स्थित मुक्तिधाम में कराया गया। इसके बाद एक-एक कर चार अन्य कोरोना संदिग्ध पुरुषों की मौत की जानकारी नगरपालिका को प्राप्त हुई। इसके बाद शव वाहनों में नपाकर्मी पीपीई किट पहनकर इन शवों को नकटुआ, डेडवारा के मुक्तिधाम में दाह संस्कार के लिए पहुंचे। मृतकों के स्वजनों ने इनका अंतिम संस्कार किया। हालांकि ये पहला अवसर नहीं रहा जब जिला मुख्यालय में एक दिन में पांच शवों को कोविड गाइडलाइन के अंतर्गत अग्नि दी गई हो। पूरे हफ्ते की बात करें तो रोजाना चार-पांच इस तरह के मामले देखने को मिल रहे हैं।
इनका ये है कहनाआज नगरपालिका के शव वाहनों से कोरोना संक्रमित एक महिला और चार संदिग्धों का अंतिम संस्कार मुक्तिधाम में कोविड-19 की गाइडलाइन के तहत कराया गया है।कुंवर विश्वनाथ सिंह, सीएमओ, नगरपालिका नरसिंहपुर।