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नरसिंहपुर: जिला अस्पताल में औसतन हर मिनट 10 लीटर खर्च हो रही ऑक्सीजन, रोज लग रहे 350 सिलेंडर 

नरसिंहपुर। जिले में कोरोना संक्रमण लोगों की सांसें उखाड़ रहा है। गंभीर हालात में उनका इलाज जिला अस्पताल में जारी है। हालात ये हो गए हैं कि जिला अस्पताल में ऑक्सीजन की खपत कई गुना बढ़ गई है। औसतन प्रति मिनट यहां पर 10 लीटर से अधिक ऑक्सीजन खर्च हो रही है। इस तरह चौबीस घंटे में कोविड संक्रमित, संदिग्धों समेत अन्य सामान्य मरीजों व ऑपरेशन थिएटर में इस्तेमाल होने करीब 350 ऑक्सीजन सिलेंडर की जरूरत पड़ रही है।
जिला अस्पताल में कोरोना मरीजों के लिए स्थापित आइसीयू के अलावा सेंट्रलाइज्ड ऑक्सीजन सिस्टम से जुड़े बिस्तरों पर संक्रमितों के साथ-साथ संदिग्धों को भी गंभीर हालत में भर्ती किया गया है। जिला अस्पताल में इन मरीजों को कृत्रिम सांस के रूप से लगातार ऑक्सीजन देकर चिकित्सक उनका इलाज कर रहे हैं। इसका नतीजा ये रहा कि पिछले एक हफ्ते में ही ऑक्सीजन की खपत यहां कई गुना बढ़ गई। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार जिला अस्पताल में रोजाना 350 से अधिक ऑक्सीजन सिलेंडर की जरूरत पड़ रही है। प्रत्येक सिलेंडर में 45 लीटर ऑक्सीजन की उपलब्धता होती है। इस लिहाज से आकलन किया जाए तो 24 घंटे में करीब साढ़े 15 हजार 750 लीटर ऑक्सीजन की खपत हो रही है। इस आंकड़े को प्रति घंटा के हिसाब से देखने पर साढ़े 6 सौ लीटर व मिनट में इसे भाग देने पर करीब 10 लीटर ऑक्सीजन खपत का निष्कर्ष मिलता है। जानकारी के अनुसार आइसीयू में प्रति मिनट 25 लीटर व 94 फीसद से नीचे ऑक्सीजन लेवल वालों को 5 लीटर प्रति मिनट ऑक्सीजन देनी पड़ रही है। कोविड मरीजों के लिए रोज करीब 300 सिलिंडर की जरूरत है। जबकि 50 सिलिंडर अन्य बीमारों, ऑपरेशन थिएटर आदि में इस्तेमाल हो रही है। गौर करने वाली बात ये है कि जितने ऑक्सीजन सिलेंडर जिला अस्पताल में रोजाना खर्च हो रहे हैं, सामान्य दिनों में उतनी ही संख्या में ये ऑक्सीजन सिलेंडर महीनेभर चलते थे।
सिंगरौली से आ रही बड़ी खेप: जिला अस्पताल के कोविड वार्डों और यहां भर्ती मरीजों को दी जा रही ऑक्सीजन के लिए एक हफ्ते पूर्व तक गंगई गाडरवारा स्थित प्लांट से सतत आपूर्ति जारी थी। लेकिन, मरीजों की बढ़ती तादाद और ऑक्सीजन की खपत ने प्लांट पर ऐसा दबाव डाला की शत-प्रतिशत आपूर्ति करना मुश्किलों भरा हो गया। नतीजतन, जिला प्रशासन ने बाहर के जिलों से भी ऑक्सीजन की सतत आपूर्ति के लिए संपर्क बनाए रखा। इसके चलते जिले के हालात नियंत्रण में रहे। जानकारी के अनुसार सिंगरौली जिले से भी जिला अस्पताल नरसिंहपुर के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर मंगाए हैं। वहां से ट्रक को निकले दो दिन हो चुका है। संभावना व्यक्त की जा रही है कि आज-कल में ये सिलिंडर जिला अस्पताल पहुंच जाएंगे।
जबलपुर-भोपाल से हुई मनाही: जिले में ऑक्सीजन सिलेंडर की आपूर्ति को लेकर सिर्फ सरकारी अस्पतालों में ही मारामारी की स्थिति नहीं है। बल्कि इससे निजी अस्पताल भी जूझ रहे हैं। जिला मुख्यालय स्थित नीखरा हॉस्पिटल के संचालक डॉ. अभिजीत नीखरा के अनुसार पिछले चार-पांच दिन से हालात ऐसे हो गए हैं कि जबलपुर-भोपाल समेत नागपुर आदि से भी ऑक्सीजन सिलेंडर की उपलब्धता के लिए वितरकों द्वारा मनाही की जाने लगी है। इससे उन मरीजों को जो गंभीर स्थिति में हैं, उन्हें ऑक्सीजन की नियमित उपलब्धता कराना चुनौतीभरा होता जा रहा है।
इनका ये है कहना
ऑक्सीजन की मांग के अनुरूप आपूर्ति को लेकर कलेक्टर साहब लगातार विभिन्न् जिलों से संपर्क कर रहे हैं। जल्द ही हमें जरूरत के ऑक्सीजन सिलिंडर की बड़ी खेप प्राप्त हो जाएगी। कोरोना के बढ़ते मरीजों ने खपत कई गुना अधिक बढ़ा दी है। हमारे डॉक्टर लगातार इलाज में जुटे हैं। सिंगरौली से ऑक्सीजन सिलिंडर लेकर एक ट्रक निकल चुका है, एक-दो दिन में जिला अस्पताल में ये पहुंच जाएगा।
मनोज कुमार ठाकुर, अपर जिला दंडाधिकारी, नरसिंहपुर।