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नरसिंहपुर। जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या इस कदर बढ़ती जा रही है कि उन्हें भर्ती करने के लिए जिला अस्पताल में जगह तक नहीं है। ये सब जानकर भी स्वास्थ्य महकमे के अधिकारियों ने ऐसा आंकड़ा पेश किया कि जिला प्रशासन की भद्द पिट गई। घटनाक्रम शुक्रवार को नृसिंह भवन में हुई कोविड समीक्षा बैठक का है। यहां नए प्रभारी मंत्री गोपाल भार्गव के सामने पावर पाइंप प्रजेंटेशन के वक्त जब बताया गया कि जिला अस्पताल में 64 बिस्तर खाली हैं तो वे नाखुश हो गए। उनका सवाल था कि आपदा की स्थिति में ये खाली क्यों हैं, क्या आप मरीज को भर्ती नहीं कर रहे हैं। हालांकि इस सवाल पर सिविल सर्जन डॉ. अनीता अग्रवाल ने बताया कि जिला अस्पताल में कोई भी बिस्तर खाली नहीं हैं। खासकर कोविड वार्ड में क्षमता से अधिक मरीज भर्ती हैं। इस पूरे घटनाक्रम की हकीकत ये है कि आंकड़ों को दुरुस्त न किए जाने के कारण ये कश्मकश भरी स्थिति पैदा हुई। प्रजेंटेशन देने वाले अधिकारी इस घटनाक्रम के लिए अब सीएमएचओ को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।
जिले में कोविड-19 की तैयारियां, भर्ती मरीजों समेत अन्य व्यवस्थाओं की समीक्षा के लिए नवनियुक्त प्रभारी प्रभारी गोपाल भार्गव का शुक्रवार को पहली बार जिला मुख्यालय आगमन हुआ। दोपहर को नृसिंह भवन में जिले के जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के साथ बैठक लेते हुए श्री भार्गव ने व्यवस्थाओं, स्वास्थ्य सुविधाओं की समीक्षा की। इस दौरान जब उन्हें प्रजेंटेशन के जरिए बताया गया कि जिला अस्पताल में बहुत से बिस्तर खाली हैं तो वे उनका सवाल था कि मरीजों को भर्ती क्यों नहीं किया जा रहा है। इस पर सिविल सर्जन का कहना था कि जिला अस्पताल में कोई भी बिस्तर खाली नहीं है। यहां पर मरीजों की संख्या तो ओवरलोड है। बैठक में आंकड़ों को लेकर उपजी इस गफलत ने सबको हक्का-बक्का भी कर दिया। गौरतलब है कि जिला अस्पताल में आइसीयू वार्ड मरीजों से फुल है। वहीं सेंट्रलाइज्ड ऑक्सीजन सिस्टम से जुड़े 145 बिस्तर वाले वार्ड में करीब 165 मरीज भर्ती हैं। इसी तरह संदिग्ध मरीजों को भर्ती करने की क्षमता जिला अस्पताल में महज 26 की है, जबकि यहां पर 60 से अधिक मरीज भर्ती हैं। बैठक में सांसद राव उदय प्रताप सिंह, विधायकद्वय जालम सिंह पटेल, संजय शर्मा, संदीप पटेल, अभिलाष मिश्रा, एसपी विपुल श्रीवास्तव, अपर कलेक्टर मनोज कुमार ठाकुर, जिला पंचायत सीइओ केके भार्गव,स्वयं सेवी संगठनों के प्रतिनिधि, धर्मगुरू, स्थानीय हॉस्पिटल संचालक और आपदा प्रबंधन समूह के सदस्य और अन्य अधिकारी मौजूद थे। बैठक के बाद जब इस संबंध में आंकड़े जारी करने वाले नोडल अधिकारी व जिला पंचायत के सीईओ कमलेश कुमार भार्गव से खबर लाइव 24 ने बात की तो उनका कहना था कि ये आंकड़े उन्हें कोविड डेटा सेंटर और सीएमएचओ कार्यालय से उपलब्ध कराए जाते हैं। यदि आंकड़ों में कोई गफलत हुई है तो सिस्टम को सुधारने का प्रयास किया जाएगा। इसके पूर्व उन्होंने बैठक में बैठक पावर पाइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से जानकारी देकर बताया कि जिले में वर्तमान में 962 एक्टिव केस हैं। विगत 15 दिवसों में जिले की पॉजिटीविटी रेट 20.43 है।
ऑक्सीजन और रेमडेसिविर इंजेक्शन खपत की ली जानकारी: कोविड 19 की समीक्षा बैठक में प्रभारी मंत्री ने जिले में ऑक्सीजन की उपलब्धता एवं रेमडेसिविर इंजेक्शन की उपलब्धता की जानकारी लेते हुए उन्होंने कहा कि जिले की औद्योगिक इकाईयों में उपयोग होने वाली ऑक्सीजन का स्टॉक पूर्व से भंडारित रखा जाना सुनिश्चित करें, ताकि आवश्यकता पड़ने पर इसका इस्तेमाल किया जा सके। शासन द्वारा प्राप्त हो रहे ऑक्सीजन सिलेंडर के अलावा भी जिला प्रशासन स्थानीय स्तर पर भी इसकी व्यवस्था सुनिश्चित करें। रेमडेसिविर की प्रतिदिन उपलब्धता एवं खपत के बारे में भी उन्होंने जानकारी ली। सिविल सर्जन डॉ. अनीता अग्रवाल द्वारा बताया गया कि विधायक नरसिंहपुर की निधि से प्राप्त 40 रेमडेसिविर इंजेक्शन में से 28 का वितरण हो चुका है।