नरसिंहपुर। दवाओं की कालाबाजारी के चलते पहले सील हुई फिर दो दिन बाद अनलॉक की गई शहर की ओम मेडिकल दुकान के खिलाफ जांच चल रही है। जांच पूरी होते ही प्रकरण दर्ज किया जाएगा। ये बात शुक्रवार को सर्किट हाउस में पुलिस अधीक्षक व औषधी अधिकारी ने प्रभारी मंत्री गोपाल भार्गव के समक्ष कही। इस संबंध में मीडियाकर्मियों ने सवाल पूछा था। हालांकि जिले में कोरोना संक्रमण से लगातार हो रही मौतों की जानकारी उजागर न किए जाने के सवाल पर मंत्री जी सरकार का बचाव करते नजर आए। उनका कहना था कि हम प्रशासन से इस बारे में जानकारी लेंगे।कोविड की समीक्षा के बाद सर्किट हाउस पहुंचे प्रभारी मंत्री गोपाल भार्गव मीडियाकर्मियों से मुखातिब हुए। यहां जिले में कोरोना संक्रमितों-संदिग्धों की लगातार हो रही मौतों और सरकारी आंकड़ों में इसे न दर्शाए जाने के सवाल पर वे गोलमोल जवाब देते नजर आए। उनका कहना था कि इस बारे में प्रशासन से जानकारी ली जाएगी। इसके अलावा रात 10 दस बजे के बाद मेडिकल दुकानों के बंद होने पर भी उनका कहना था कि इस बारे में अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए जाएंगे। उन्होंने ये भी बताया कि कलेक्टर और सीएमएचओ वर्तमान में होम आइसोलेशन में हैं। कोरोना कर्फ्यूकाल में भी रेत खनन जारी रखने के सवाल पर उनका कहना था कि इससे प्रदेश सरकार को राजस्व मिलता है। श्री भार्गव ने माना कि कुछ कमियां जरूर हैं, इसलिए यहां की रिपोर्ट प्रदेश शासन को सौंपी जाएगी, ताकि उन कमियों को दूर किया जा सके। मीडियाकर्मियों के साथ चर्चा के दौरान मंत्री के साथ सांसद राव उदयप्रताप सिंह और नरसिंहपुर विधायक जालम सिंह पटेल प्रमुख रूप से मौजूद थे। मंत्री ने कहा कि वे समन्वयक की भूमिका में यहां आए हैं, जिले में जो भी समस्या होगी, उसके बारे में प्रदेश शासन को रिपोर्ट दी जाएगी, ताकि व्यवस्थाओं में जल्द से जल्द सुधार हो सके। करीब 10-15 मिनट की बातचीत में श्री भार्गव ने अमूमन वही बातें दोहराईं जो प्रदेश में सरकार के नुमाइंदे गुनगुनाते रहे हैं।