नरसिंहपुर। जिले में जिस तेजी से कोरोना संक्रमित मरीज मिल रहे हैं, उतनी ही तेजी से लोग जिला अस्पताल समेत विभिन्न् कोविड केयर सेंटरों में स्वस्थ भी हो रहे हैं। पिछले छह दिन का आंकड़ा देखें तो जिले में 899 संक्रमित मरीजों की पुष्टि हुई है। वहीं स्वस्थ होकर घर जाने वालों की इस अवधि में संख्या भी 823 रही है, जो कि उत्साहजनक हैं। वहीं अस्पतालों की बात करें तो निजी अस्पतालों के मुकाबले मरीज की पहली प्राथमिकता जिला अस्पताल में भर्ती होने की है। हालांकि इस प्राथमिकता के कारण ही यहां क्षमता से अधिक मरीज परेशानी का कारण भी बन गए हैं।
जिले में कोविड 19 के संक्रमित मरीजों में से अधिकांश इन दिनों जिला अस्पताल में भर्ती हैं। जहां चिकित्सकों और स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा 24 घंटे सेवाएं देकर मरीजों का इलाज किया जा रहा है। यद्यपि यहां पर क्षमता से अधिक मरीज भी भर्ती हैं, जिसके चलते दिक्कतें भी कम नहीं हैं। खासकर उन संदिग्ध मरीजों की संख्या से जो यहां वार्ड की क्षमता से दो-तीन गुना अधिक की संख्या में भर्ती हैं। संसाधनांे की कमी के बावजूद बहुत से मरीज कोरोना से जंग जीतकर घर की ओर रवाना हो चुके हैं। हेल्थ बुलेटिन के आंकड़ों पर नजर डालें तो बीती 18 अप्रेल को 205 संक्रमित मरीज सामने आए थे, अच्छी बात ये थी कि इसी दिन 141 मरीज स्वस्थ हुए। यानी संक्रमितों के मुकाबले करीब 70 फीसद मरीज संक्रमण से मुक्त हुए। इसी तरह 17 अप्रेल में 214 संक्रमित मिले थे, इस दिन 183 मरीज कोविड केयर सेंटर आदि से स्वस्थ होकर अपने घर पहुंचे। 16 अप्रेल को 54 संक्रमित मिले, स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या सर्वाधिक 185 थी। 15 अप्रेल को 216 संक्रमित तो मुकाबले 80 मरीज स्वस्थ हुए, जबकि 14 अप्रेल को 159 मरीज सामने आए थे, स्वस्थ होने वालों की संख्या 53 थी। वहीं 19 अप्रेल को आई रिपोर्ट में मात्र 51 संक्रमित मरीज मिले हैं। इस दिन 181 मरीज भी स्वस्थ हुए। इस तरह जिले में एक्टिस केस का आंकड़ा रविवार के 923 से घटकर 793 पर आ गया है। इन छह दिनों में जिले में स्वस्थ होने वाले मरीजों की औसत प्रतिशतता दर 83 फीसद के आसपास रही। ये आंकड़ा भले ही कुछ कम हो लेकिन चिकित्सकों के अनुसार बुरा भी नहीं है।
सकारात्मकता से हरा रहे कोरोना को
जिला अस्पताल के कोविड वार्डों, आइसीयू में 36 स्टाफ नर्स चिकित्सकों की निगरानी में मरीजों की सेवा कर रहीं हैं। इन मरीजों में अधिकांश ऐसे हैं जो सकारात्मक सोच रखकर कोरोना को हरा रहे हैं। सिविल सर्जन डॉ. अनिता अग्रवाल के अनुसार हमारे स्टाफ की पूरी कोशिश रहती है कि मरीजों को खुश रखा जाए, उन्हें सकारात्मक सोच रखने प्रेरित किया जाए। इसमें हमारी टीम बहुत हद तक सफल हो रही है। यही वजह है कि मरीज भी जल्द स्वस्थ हो रहे हैं। डॉ. अग्रवाल ने बुखार पीड़ितों व कोरोना संदिग्ध मरीजों से भी आह्वान किया कि वे घबराएं नहीं, बल्कि सकारात्मक रहकर स्वस्थ होने की कोशिश करें।