नरसिंहपुर: मंडला में फंसा टैंकर तो रुक गई आपूर्ति, रविवार को खत्म हो सकती है आक्सीजन की किल्लत
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नरसिंहपुर। कोरोना संक्रमित मरीजों की बढ़ती संख्या और उन्हें सांस लेने में हो रही दिक्कतों के बीच जिले के अस्पतालों में आक्सीजन की खपत कई गुना बढ़ गई है। पिछले तीन-चार दिन से हालात ये हैं कि जिले में आक्सीजन की किल्लत से सिर्फ सरकारी ही नहीं निजी अस्पताल भी जूझ रहे हैं। हालांकि शनिवार को उम्मीद थी कि उन्हें आक्सीजन मिल जाएगी लेकिन जिले के लिए आ रहा टैंकर के मंडला में खराब होने के कारण फंस गया, जिससे आपूर्ति नहीं हो सकी। जिले में आक्सीजन बेड की तेजी से बढ़ी मांग को अब सरकारी और निजी अस्पताल पूरी नहीं कर पा रहे हैं। जितने भी आक्सीजन बेड हैं वे पूरी तरह से भरे हैं। जिला अस्पताल की बात करें तो यहां मरीज क्षमता से अधिक भर्ती हैं। जिन निजी अस्पतालों में दो-चार बिस्तर खाली भी हैं तो वे आक्सीजन नहीं जुड़े हैं। ऐसे में गंभीर मरीजों के लिए सिवाए जिला अस्पताल की ओर रुख करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचता। हालांकि यहां पर भी उन्हें निराशा ही हाथ लगती है। वहीं जिले में आक्सीजन की आपूर्ति की प्रमुख एजेंसी गंगई स्थित रिफलिंग प्लांट है लेकिन बढ़ती खपत के बीच इस प्लांट से भी पर्याप्त मात्रा में सिलिंडर की उपलब्धता नहीं हो पा रही है। वर्तमान हालात तो ऐसे हैं कि इस प्लांट में वे लोग भी आक्सीजन सिलिंडर लेने पहुंच रहे हैं जिनके मरीज घर पर ही इलाजरत हैं। इससे आपूर्ति पर दवाब बढ़ना, लाजिमी है। निजी अस्पताल से बुलाने पड़े 10 सिलिंडर: शनिवार को जिला अस्पताल में आक्सीजन की कमी को पूरा करने के लिए निजी अस्पतालों की ओर रुख करना पड़ा। जानकारी के अनुसार जिला अस्पताल प्रबंधन ने शहर स्थित अग्रवाल हॉस्पिटल से 10 जंबो टाइप सिलिंडर मंगवाकर उसे गंभीर मरीजों के लिए उपलब्ध कराया। चिकित्सक लगातार गंगई प्लांट में संपर्क करते रहे कि आपूर्ति कब होगी। जवाब में मिला कि मंडला में टैंकर खराबी की वजह से फंसा हुआ है। ठीक होते ही वह चल पड़ेगा। आज से होगी आपूर्ति: आक्सीजन की कमी और आपूर्ति में आ रही दिक्कत को देखने के लिए शनिवार को अपर जिला दंडाधिकारी मनोज कुमार ठाकुर गंगई पहुंचे। श्री ठाकुर ने बताया कि मंडला से ट्रक देर शाम चल पड़ा है। रात तक ये प्लांट पहुंच जाएगा, जिसके बाद गंगई से आक्सीजन सिलिंडर की रिफलिंग कर उसे अस्पतालों में पहुंचाया जाएगा। अपर कलेक्टर के अनुसार आक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए जिला प्रशासन हरसंभव प्रयास कर रहा है।