नरसिंहपुर। कोविड-19 के मरीजों की दृष्टि से बेहद संवेदनशील जिला अस्पताल में आखिरकार बाहरी तत्वों की बेधड़क घुसपैठ ने रविवार देर रात हालात नाजुक कर दिए। यहां हुए गैंगवार के साथ तोड़फोड़, फिर चिकित्सक समेत स्टाफ को कांच के टुकड़ों और कैंची से मारने की कोशिश ने पूरी व्यवस्था को ठप कर दिया। डरे-सहमे चिकित्सक अपनी जान बचाने वार्डों से बाहर निकल आए। देर रात तक मरीजों की जान पर संकट बना रहा। हैरत की बात ये रही कि बेफिक्र होकर तांडव मचाते तत्वों को वहां मौजूद पुलिस सिर्फ समझाइश देती नजर आई। इस गैंगवार में एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हुआ है, जिसे जबलपुर मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है। मामले में गौर करने वाली बात ये है कि जिन लोगों ने अस्पताल में तोड़फोड़ की थी, सीसीटीवी फुटेज में साफ नजर आ रहा है कि पुलिस उन्हें समझाने, गुस्सा शांत करने का प्रयास कर रही थी। उन्हें आसानी से घर भी जाने दिया। बावजूद इसके सोमवार को खबरलाइव 24 की खबर प्रकाशित होने के बाद आनन-फानन में पुलिस इन लोगों फरार घोषित कर तलाश करने की रट लगाती नजर आई।
आसानी से भागे आरोपित, दिनभर लिखा-पढ़ी: जिला अस्पताल में डॉक्टर्स और कर्मचारियों के साथ अभ्रदता की यह कोई पहली घटना नहीं है, लेकिन हर बार की तरह पुलिस और जिला प्रशासन का रवैया इस घटना में ढीला नजर आया। जिससे रविवार की देर रात अस्पताल में घटना को अंजाम देने के बाद आरोपित आसानी से भागने में सफल हो गए। लेकिन बाद में जब पुलिस की खामियां उजागर होने लगी तो एक आरोपित को गिरफ्तार कर अब पुलिस अपनी पीठ थपथपाने में लगी है। घटना के करीब 15 घंटे बाद सोमवार को मामले में पूरे घटनाक्रम पर पर्दा डालने और आरोपितों के नाम छुपाने के लिए कोतवाली में दिनभर अमला कार्रवाई चलने, लिखा-पढ़ी होने की बहानेबाजी कर पर्दा डालने में लगा रहा।
समझाने-गिड़गिड़ाने में लगी रही पुलिस: अस्पताल कर्मियों को घटना के दौरान आई पुलिस से उम्मीद थी कि मामला शांत करने के साथ ही वह दोषियों पर कार्रवाई करेगी लेकिन पुलिस का रवैया देख कर्मचारियों में गुस्सा रहा। पुलिस अधिकारी तोड़फोड़ कर दहशत फैलाने वालों के सामने शांत रहने के लिए गिड़गिड़ाते नजर आए। जिससे उपद्रव करने वालों के हौसले आसमान पर रहे और वह घटना करने के बाद आसानी से भागने में कामयाब रहे।
दानिश गिरफ्तार अन्य 10 फरार: अस्पताल प्रबंधन की शिकायत पर मामले में कोतवाली पुलिस ने शाहरुख खान, दानिश खान, शैफी, काशिव, अंजुम, आयशा, अरसी खान, आमना एवं अमन खान के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा डालने, गालीगलौच, जान से मारने की धमकी, शासकीय संपत्ति को नुकसान, मरीजों की जान को जोखिम में डालने आदि की धाराआ 147, 148, 149, 294, 427, 506, 353, 332 भादवि 3-5 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया है। पुलिस अधीक्षक विपुल श्रीवास्तव ने आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए एएसपी सुनील शिवहरे, एसडीओपी नरसिंहपुर कौशल सिंह के मार्गदर्शन में एसआइ विजय पाल, आरक्षक संजय पांडे, आशीष मिश्रा, प्रहलाद, जितेन्द्र ठाकुर एवं अमरसिंह की विशेष टीम गठित की है। जिसमें टीम ने दानिश खान को मुख्य आरोपित मानते हुए गिरफ्तार किया है जबकि शेष फरार है।
कोविडकाल में अपनी जान जोखिम में डालकर लोगों का इलाज कर रहे स्वास्थ्य अमले की सुरक्षा किस तरह भगवान भरोसे है इसकी बानगी रविवार की रात जिला अस्पताल में हुई तोड़फोड़ और डॉक्टर्स-कर्मचारियों से मारपीट, उन्हें डराने-धमकाने की घटना है। जहां एक घायल के साथ आए कुछ लोगांे ने जमकर उत्पात करते हुए तोड़फोड कर शासकीय संपत्ति को नुकसान पहुंचाया। लाठी, कैंची, तोड़े गए कैबिन के कांच के टुकड़े लेकर कर्मचारियों को डराया, दहशत फैलाई लेकिन सूचना पर आई पुलिस तोड़फोड़ करने वालों को पकड़ने, सबक सिखाने के बजाए उनके सामने गिड़गिड़ाती नजर आई। घटना से जिला अस्पताल के डॉक्टरों सहित अन्य कर्मचारियों में भय और असुरक्षा का माहौल बना है। कर्मचारी साफ कह रहे है कि यदि ऐसे ही हालात रहे तो उनके साथ कभी भी कोई बड़ी घटना हो सकती है। सुरक्षा प्रबंध नहीं किए गए तो वह कार्य करने में असमर्थता व्यक्त कर देंगे।
ऐसे शुरू हुआ विवाद, तीन एफआइआर
कोतवाली पुलिस के अनुसार अग्रवाल नर्सिंग होम के सामने साइकिल स्टेंड पर पैसों के लेनदेन को लेकर दानिश का दुर्गेश पारोची और भैय्यू मिश्रा के साथ विवाद हो गया। इसमें दानिश को मामूली चोटें आईं थी। जब दानिश जिला अस्पताल पहुंचा तो यहां उसके साथ फिर से दुर्गेश, भैय्यू व चार अन्य साथियों ने मारपीट शुरू कर दी। दानिश के पिता पप्पू हाजी 47 वर्ष को इस झगड़े में गंभीर चोटें आईं। इसके बाद पहले पक्ष के लोग फरार हो गए। इसके बाद दानिश व उसके साथियों ने अस्पताल में लगे कांच पत्थर से फोड़ दिए। जमकर पत्थरबाजी के बीच लाठी और कैंची लेकर नर्सिंग स्टाफ, कर्मचारियों व चिकित्सकों को धमकाने, मारने दौड़ने लगे। करीब डेढ़ घंटे तक ये तांडव चलता रहा। आरोपितों को समझाइश देकर पुलिस ने सिर्फ दानिश को गिरफ्तार किया, जबकि अन्य के बारे में उसका कहना था कि वह फरार हो गए। दानिश की शिकायत पर पुलिस ने आमिर कुरैशी, दुर्गेश पारोची, भैय्यू मिश्रा, आमीन खान, मौसीन खान, समीर खान के खिलाफ धारा 294, 147, 148, 149, 506, 323, 307 का मामला दर्ज किया। वहीं दुर्गेश की शिकायत पर दानिश, शैफी, शाहरुख व अन्य के खिलाफ धारा 294, 323,506, 34, एससीएसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। अस्पताल प्रबंधन की ओर से पुलिस ने 9 लोगों के खिलाफ अलग से मामला दर्ज किया है।