नरसिंहपुर। जिला अस्पताल में कोविड-19 के मरीजों की सेवा करते-करते कई स्वास्थ्यकर्मी भी कोरोना संक्रमण के शिकार हो चुके हैं। बावजूद इसके, वे न सिर्फ इस संक्रमण से जंग जीत रहे हैं, बल्कि दोबारा पुराने जज्बे के साथ वापस सेवा पर भी लौट रहे हैं। इन्हीं में से एक नाम है जिला अस्पताल की स्टाफ नर्स दीपमाला सरकार का। गत दिनों स्वस्थ होकर दीपमाला फिर से मरीजों की सेवा में जुट गईं हैं। वे एसएनसीयू वार्ड में अपनी सेवाएं दे रहीं हैं।
स्टाफ नर्स दीपमाला सरकार ने बताया कि ड्यूटी के दौरान जुकाम होने, गले में दर्द व बुखार आने पर उन्होंने कोविड- 19 की जांच कराई, जिसमें उनकी कोरोना पॉजिटिव पाया गया। रिपोर्ट को जानने के बाद उनकी सबसे बड़ी परेशानी ये थी कि वे कहां भर्ती हों, क्योंकि उनका पूरा परिवार छिंदवाड़ा में निवासरत था, जबकि वे खुद जिला मुख्यालय में किराए के मकान में रहती हैं। अंत्वोगत्वा उन्होंने निर्णय किया कि वे अपने घर पर होम आइसोलेशन पर रहेंगी। चिकित्सकीय टीम ने उन्हें उनके शहर स्थित घर में ही क्वारंटाइन कर दिया। दीपमाला ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि कोरोना से लड़ते हुए वे अगले 14 दिन तक पूरी तरह से सकारात्मक रहीं। नकारात्मक विचारों या अकेले होने का विपरीत विचार उन्होंने अपने ऊपर हावी नहीं होने दिया। वे हर समय प्रसन्न्चित रहीं, धैर्य बनाए रखा। होम आइसोलेशन के दौरान उन्होंने चिकित्सकीय परामर्श का पूरे अनुशासन में रहकर पालन किया। चिकित्सकों द्वारा बताई गई दवाएं समय पर ली। इसका नतीजा ये रहा कि वे कोरोना संक्रमण से उबर सकीं। बीमारी से मुक्ति मिलने के बाद उन्होंने जिला अस्पताल में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और सीधे सिविल सर्जन डॉ. अनीता अग्रवाल से मिलकर दोबारा काम पर लौटने का आग्रह किया। डॉ. अग्रवाल ने दीपमाला के जज्बे को सलाम किया और कोरोना योद्धा के रूप में उसकी सेवाओं को सराहते हुए वापस काम पर आने के लिए साधुवाद दिया। अब दीपमाला सरकार लोगों से आग्रह कर रहीं हैं कि वे कोरोना महामारी से बचने के लिये अपने घर पर रहें और सुरक्षित रहें। कोरोना गाइड लाइन और शासन के निर्देशों का पालन करें। बगैर मास्क के घर से बाहर नहीं निकलें। बार- बार हाथों को सैनिटाइज करते रहें। कोविड- 19 की वैक्सीन जरूर लगवाएं।