नरसिंहपुर। जिला अस्पताल में कोविड-19 के मरीजों की सेवा करते-करते कई स्वास्थ्यकर्मी भी कोरोना संक्रमण के शिकार हो चुके हैं। बावजूद इसके, वे न सिर्फ इस संक्रमण से जंग जीत रहे हैं, बल्कि दोबारा पुराने जज्बे के साथ वापस सेवा पर भी लौट रहे हैं। इन्हीं में से एक नाम है जिला अस्पताल की स्टाफ नर्स नाजनीन बानो का। उपचार के बाद स्वस्थ होने पर नाजनीन बानो फिर से जिला चिकित्सालय में अपने काम पर लौट आईं और मरीजों की सेवा में तत्परता से जुट गई हैं। नाजनीन बानो कहती है कि लोग अपनी सोच को सकारात्मक रखें, तो इससे इम्युनिटी बढ़ती है और मरीज जल्दी स्वस्थ होता है।
नाजनीन बानो बताती हैं कि सर्दी-जुकाम व बुखार के लक्षण देखने पर मैंने कोविड. 19 की जांच कराई, जो पॉजिटिव निकली। इसके बाद मुझे जिला चिकित्सालय के कोविड वार्ड में 7 दिन के लिये भर्ती किया गया। फिर मैं अपने घर पर 7 दिन कोरंटाइन रही। मैं अपने सहपठियों के साथ रहती थी, परंतु कोरंटाइन अवधि में मैं अलग कमरे में रही। मैंने कोविड-19 प्रोटोकाल का पूरी तरह पालन किया। तत्पश्चात पूरी तरह स्वस्थ होकर जिला चिकित्सालय में फिर से मरीजों की सेवा में लग गई।
कोरोना योद्धा नाजनीन बानो लोगों से आग्रह करती हैं कि वे थोड़े भी लक्षण दिखने पर तत्काल डॉक्टर को दिखायें और कोरोना पॉजिटिव होने पर घबरायें नहीं। पौष्टिक भोजन करें। डॉक्टर की सलाह से समय पर दवाईयां लें। कोरोना महामारी से बचने के लिये कोरोना गाइड लाइन और शासन के निर्देशों का पालन करें। बगैर मास्क के घर से बाहर नहीं निकलें। बार- बार हाथों को सेनेटाइज करते रहें। कोविड-19 की वैक्सीन जरूर लगवायें।