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नरसिंहपुर: ट्रांसपोर्टर को फायदा पहुंचाने की कोशिश में थे जिला विपणन अधिकारी, इस पत्र ने उजागर कर दी करतूत 

गोटेगांव। जिला विपणन विभाग व नागरिक आपूर्ति निगम के अधिकारियों की मनमानी का नजारा पेश करता भीगा गेहूं।

नरसिंहपुर। सरकारी मूल्य पर खरीदी जा रही उपज के भंडारण में ट्रांसपोर्टर को फायदा पहुंचाने जिला विपणन व नागरिक आपूर्ति निगम की करतूत का भंडाफोड़ मप्र वेयरहाउसिंग कार्पोरेशन की ओर से कलेक्टर को लिखे पत्र में हुआ है। इस पत्र में बताया गया कि दोनों विभाग के अधिकारी गोटेगांव में गोदाम खाली होने के बावजूद  नरसिंहपुर-करेली के गोदामों में उपज को भिजवाने दबाव डाल रहे हैं। इससे सरकारी धन के अपव्यय की भरपूर गुंजाइश है। इस पत्र के सामने आने के बाद कलेक्टर वेदप्रकाश को त्वरित कार्रवाई करनी पड़ी।

सोमवार को मप्र वेयरहाउसिंग एवं लॉजिस्टिक कार्पोरेशन के प्रबंधक ने कलेक्टर को एक शिकायत भेजी थी। जिसमें बताया गया था कि कार्पोरेशन के अंतर्गत जिले की शाखाओं के विभिन्न् गोदामों में रिक्तता के आधार पर उपार्जित हो रहे गेहूं का भंडारण किया जा रहा है। गोटेगांव शाखा के अंतर्गत भी स्थानीय स्तर पर बहुत से गोदामों में स्थान रिक्त है, बावजूद इसके जिला विपणन अधिकारी द्वारा यहां के खरीदी केंद्रों पर गेहूं स्कंध को डंप करके रखा गया है। वे इस स्कंध को स्थानीय गोदामों में रखवाने के बजाय परिवहनकर्ता को लाभ पहुंचाने के लिए 35 से 50 किमी दूर नरसिंहपुर-करेली के गोदामों की मैपिंग कराकर बार-बार यहां गेहूं स्कंध को पहुंचाने का दवाब बना रहे हैं। पत्र में कार्पोरेशन प्रबंधन ने बताया कि गोटेगांव के खरीदी केंद्रों, समितियों में डंप स्कंध के परिवहन के लिए हम्मालों की कमी के कारण केवल 18 से 20 ट्रक गोदामों में अनलोड हो पाते हैं। जिससे गोटेगांव सेक्टर के गोदामों में उपलब्ध रिक्त क्षमता में जानबूझकर भंडाकरण नहीं किया जा रहा है। परिवहनकर्ता को लाभ पहुंचाने के लिए भारतीय खाद्य निगम को मोड ए में स्कंध रैक के माध्यम से परिवहन करने की कोशिश हो रही है। परिवहनकर्ता को भुगतान करने के लिए भारतीय खाद्य निगम के अधिकारियों को स्कंध चयन के लिए भेजा जा रहा है। ऐसी स्थिति में शाखा के गोदामों में उपलब्ध रिक्त क्षमता के अनुरूप भंडारण नहीं होने से गोदाम रिक्त रह जाएंगे। इससे शासन का भी अनावश्यक व्यय होगा।
डीएमओ का बेतुका जवाब-आपको सपना आया है क्या 
गोटेगांव के खरीदी केंद्रों से उपार्जित गेहूं स्कंध को स्थानीय गोदामों के बजाय दूर-दराज के क्षेत्रों में भंडारित करने के मामले में जब जिला विपणन अधिकारी (डीएमओ) रामकुमार तिवारी से पूछा गया तो वे अपना आपा खो बैठे। मोबाइल पर सवालकर्ता से उनका कहना था कि आपका दिमाग तो ठीक है, आप पागल हो गए हैं, क्या आपको सपना आया है, जो हम ऐसा करेंगे। हालांकि डीएमओ को जब मप्र वेयरहाउसिंग के प्रबंधक के पत्र और कलेक्टर से हुई शिकायत के बारे में बताया गया तो उन्होंने मोबाइल कॉल काट दी। बार-बार फोन लगाने पर ये कॉल डिसकनेक्ट करते रहे।
इनका ये कहना
हमारे पास मप्र वेयरहाउसिंग कार्पोरेशन की ओर से गोटेगांव के गोदामों में गेहूं का भंडारण नहीं किए जाने की शिकायत मिली थी। मैंने डीएमओ और नागरिक आपूर्ति निगम के अधिकारियों को निर्देशित कर दिया है। गोटेगांव का गेहूं स्थ्ाानीय गोदामों में भंडारित किया जा रहा है।
वेदप्रकाश, कलेक्टर, नरसिंहपुर।