नरसिंहपुर। विपणन सहकारी समिति नरसिंहपुर में वर्ष 2018- 19 के दौरान चना, मसूर का विक्रय करने वाले जिन किसानों की उपज की बकाया राशि का अब तक भुगतान नहीं हुआ है, उनको इस बकाया राशि का भुगतान जल्द मिल जाएगा। इसके लिए तैयारियां शुरू हो गईं हैं।
बकाया राशि वाले किसानों से आग्रह किया गया कि है वे जरूरी दस्तावेज लेकर उक्त संस्था में उपस्थित हों, जिससे भुगतान की कार्रवाई की जा सके। उन्हें अपने साथ फसल विक्रय की कम्प्यूटरीकृत पावती, आधार कार्ड, बैंक पासबुक का वर्ष 2018 से अब तक का स्टेटमेंट, भू- अधिकार पुस्तिका, रिकार्ड और वर्ष 2017- 18 में चना, मसूर विक्रय किए जाने संबंधी हल्का पटवारी के प्रमाणीकरण की प्रति लाना होगी। उपायुक्त सहकारिता ने बताया कि कलेक्टर वेदप्रकाश के निर्देशानुसार सभी एसडीएम व तहसीलदार विपणन समिति के डबल भुगतान, फर्जी भुगतान एवं गबनकर्ताओं से राशि वसूली की कार्रवाई कर रहे हैं। इस कारण से संस्था में राशि जमा होने लगी है। कलेक्टर ने निर्देशित किया है कि जैसे- जैसे राशि वसूल हो, वैसे- वैसे सबसे पहले छोटे किसानों को बकाया राशि का भुगतान किया जाए। इस संबंध में निर्णय लिया गया है कि सबसे पहले ऐसे किसानों को भुगतान किया जाएगा, जिनकी बकाया राशि 25 हजार रुपये तक है। इसके बाद 25 हजार एक रुपये से 50 हजार रुपये तक की बकाया राशि वाले किसानों को, फिर 50 हजार एक रुपये से एक लाख रुपये तक की बकाया राशि वाले किसानों को, इसके बाद एक लाख एक रुपये से डेढ़ लाख रुपये तक की बकाया राशि वाले किसानों को भुगतान मिलेगा। अंत में 1 लाख 50 हजार से अधिक की बकाया राशि वाले किसानों को भुगतान किया जाएगा।
पांच करोड़ से अधिक की देनदारी
वर्ष 2018- 19 में चना, मसूर विक्रय करने वाले किसानों की ई- उपार्जन पोर्टल से प्राप्त सूची के अनुसार वर्तमान में 750 किसानों को 5.13 करोड़ रुपये की राशि का भुगतान करना शेष है। जिन 158 किसानों के खाते में डबल भुगतान हुआ है, उनको लगातार नोटिस जारी किए जा रहे हैं। इनमें से 27 किसानों द्वारा संपूर्ण राशि एवं 6 किसानों द्वारा आंशिक राशि वापस जमा कर दी गई है। ऐसे 17 किसान हैं, जिनके खाते में डबल राशि नहीं गई है, लेकिन समिति के खाते से राशि घट गई है, इसकी बैंक से जांच कराई जा रही है। इस तरह 158 किसानों में से केवल 50 किसानों ने ही संपर्क कर निराकरण कराया है। अभी भी 108 किसान ऐसे हैं, जिनके खाते में डबल राशि भुगतान हुई है, लेकिन वे इस राशि को वापस नहीं कर रहे हैं। ऐसे सभी किसानों से आग्रह किया गया है कि वे तत्काल डबल भुगतान की राशि संस्था को वापस करें, अन्यथा अगले सप्ताह से नियमानुसार कानूनी कार्रवाई की जाएगी।