सांईखेड़ा क्षेत्र के तूमड़ा खरीदी केंद्र पर बड़ी मात्रा में शासन के साथ ही किसानों का गेहूं बारिश में खराब हो गया है। बुधवार की सुबह से मौसम खुला होने के कारण यहां एसडीएम प्रमोदसेन गुप्ता,तहसीलदार राजेश मरावी, भाजपा नेता पवन पटेल, सांईखेड़ा से विधायक प्रतिनिधि लखन पटेल ने सोसायटी का निरीक्षण किया। किसानों ने अधिकारियों और नेताओं को बताया कि वारदाने की कमी से हम सभी किसानों की फसल पानी से बर्बाद हो गई है। इसमें हम किसानों की क्या गलती है यह तो प्रदेश शासन की समस्या है जो वारदाने की पूर्ति नहीं हो रही है। इसका भुगतान हमें कौन करेगा। किसानों ने आरोप लगाया कि सोसाइटी प्रबंधक द्वारा भेदभाव तरीके से तुलाई की जा रही है, किसानों के प्रति व्यवहार ठीक नहीं है। भाजपा नेता श्री पटेल ने किसानों से कहा कि प्रदेश सरकार सभी किसानों की उपज खरीदेगी। यदि किसानों के गेहूं की तुलाई नहीं होती है तो समस्त किसानों को सीएम हाउस ले जाया जाएगा। श्री पटेल ने अधिकारियों से कहा की शीघ्र धर्म कांटा चालू किया जाए और यहां पर जो गेहूं पड़ा है उसके लिए वारदाने की पूर्ति कर शीघ्रता से तुलाई की जाए। विधायक प्रतिनिधि श्री पटेल ने अधिकारियों को किसानों की समस्या से अवगत कराया और कहा कि समानता से खरीदी केंद्र पर तुलाई की जाए, किसी के साथ भेदभाव न किया जाए। मौसम को देखते हुए झिकौली खरीदी केंद्र जो स्वीकृत है उसे शीघ्रता से चालू किया जाए। वहां के किसानों की खरीदी वहीं पर धर्म कांटे के द्वारा की जाए जिससे शीघ्रता से किसानों की तुलाई हो सके। यदि किसानों की गेहूं की तुलाई नहीं होती है तो गेहूं खरीदी की तिथि बढ़ाई जाए। अधिकारियों ने किसानों को भरोसा दिलाया कि सभ्ाी किसानों के गेहूं की तौल कराई जाएगी और किसी के साथ भेदभाव नहीं होगा।
5 दिन से नहीं था वारदाना: किसानों ने कहा कि तूमड़ा केंद्र खेत में बना है यहां करीब 5 दिन से वारदाना नहीं था। जिससे केंद्र पर किसानों का गेहूं रखा था। बारिश होने से मिट्टी में किसानों की उपज खराब हो गई और काफी अनाज बह गया। भारतीय किसान संघ ने भी प्रशासन को आगाह किया था कि मौसम को देखते हुए शीघ्र वारदाने की व्यवस्था की जाए लेकिन ध्यान नहीं दिया गया। प्रशासन के कुप्रबंधन के कारण किसानों को नुकसान हुआ है। प्रभावित किसानों को शासन से मुआवजा दिया जाए। किसानों का आरोप है कि सांईखेड़ा, सालीचौका मंडी होने के बाद भ्ाी प्रशासन ने निजी स्थानों पर खरीदी केंद्र बनाए। जिसका नुकसान किसानों को भ्ाुगतना पड़ रहा है।
इमलिया पिपरिया में भी नुकसान: इमलिया पिपरिया केंद्र में भी वारदाना की कमी से कार्य बाधित होने के कारण किसानों को काफी नुकसान हो गया है। बताया जाता है कि यहां वारदाना न होने से करीब एक सैकड़ा किसानों की उपज तौल होना शेष था। केंद्र को 600 किसानों से खरीदी करना थी लेकिन करीब 400 किसानों से ही हो सकी। यहां बड़ी मात्रा में गेहूं केंद्र पर ही तिरपाल के नीचे और ट्रैक्टर-ट्रालियो में भरा रखा हुआ है। खरीदी केंद्र भी कच्चा है जिससे बरसात के कारण अनाज को काफी नुकसान हो गया है।
सांसद ने कहा सभ्ाी किसानों से होगी खरीदी: सालीचौका के सिद्धि विनायक वेयरहाउस जहां सहावन केंद्र की खरीदी हो रही है वहां बारिश से भीगे गेहूं का निरीक्षण करने बुधवार की दोपहर सांसद राव उदयप्रताप सिंह पहुंचे। सांसद ने यहां खुलें में लगे अनाज के ढेर को देखा और बारिश से हुए नुकसान की जानकारी ली। उन्हांेने किसानों से कहा कि सभी किसान धीरज रखें, सभ्ाी के गेहूं की तौल होगी और वारदाना भ्ाी आएगा। सांसद के साथ एसडीएम, नायब तहसीलदार, पुलिस अधिकारी सहित राजीव राय, रामनारायण बड़कुर, रामदयाल पटेल आदि मौजूद रहे।
डीएमओ कह रहा-भ्ोजीं हैं साढ़े 700 गठानें
किसानों के आरोपों के उलट जिला विपणन विभाग के अधिकारी दावा कर रहे हैं कि कहीं वारदाना की कमी नहीं है। दो दिन में गोटेगांव, गाडरवारा और नरसिंहपुर तहसील के केंद्रो के लिए करीब साढ़े 700 गठान वारदाना भेजा गया है। विभाग यह भी कह रहा कि उक्त वारदाना भेजे जाने की शुरूआत बीते मंगलवार से ही की गई और बुधवार को भी गठानें भेजी गई। वहीं खाद्य एवं जिला आपूर्ति विभाग कह रहा है कि बारिश से जो गेहूं भीगा था वह सूख गया है और उसे सुरक्षित कर लिया गया है। बारिश से कहीं पर भी अनाज को नुकसान नहीं हुआ है।
जो अनाज बारिश से भीगा था वह धूप निकलने से सूख गया है और उसे सुरक्षित कराया जा रहा है। अभी कहीं पर भी बारिश से अनाज को नुकसान नहीं हुआ है। वारदाना की कमी के संबंध में डीएमओ ही कुछ बता सकते हैं।राजीव शर्मा, जिला खाद्य आपूर्ति अधिकारी