नरसिंहपुर: सूदखोर आशीष नेमा, राहुल जैन, सौरभ रिछारिया के खाते सीज, संपत्ति कुर्की व इनाम पर भी विचार

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नरसिंहपुर। डॉ. सिद्धार्थ (दाएं) के जीवित रहने के दौरान सेल्फी लेते आरोपी आशीष नेमा (बीच में) व सौरभ रिछारिया (बाएं)।

नरसिंहपुर। प्रदेश के चर्चित डॉक्टर सिद्धार्थ तिगनाथ की आत्महत्या व सूदखोरी कांड में फरार चल रहे मोस्टवांटेड आरोपी आशीष नेमा, राहुल जैन और सौरभ रिछारिया पर पुलिस का शिकंजा कसने लगा है। इनकी गिरफ्तारी के लिए एसपी विपुल श्रीवास्तव के निर्देश पर पुलिस टीम ने इनके कुछ बैंक खाते सीज कराए हैं। इनकी संपत्ति पर भी नजर रखी जा रही है। यदि जल्द ये गिरफ्तार नहीं होते हैं तो इनकी कुर्की भी हो सकती है। वहीं की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की जांच अभी खत्म नहीं हुई है। मृत्यु पूर्व डॉ. तिगनाथ द्वारा लिखी गई डायरी में दर्ज हर नाम की पड़ताल की जा रही है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, मामले में सबूत मिलने पर नए आरोपियों के नाम जुड़ सकते हैं। वहीं अब तक जो आरोपी फरार चल रहे हैं, उनकी तलाश के साथ पुलिस इन्हें पकड़वाने इनाम घोषित करने पर भी विचार कर रही है।

डॉ. सिद्धार्थ तिगनाथ की आत्महत्या के मामले में अब तक 7 आरोपियों के खिलाफ धारा 306, 34 व सूदखोरी कानून की धारा 4 के तहत अपराध दर्ज किया जा चुका है। इनमें से चार आरोपी सुनील जाट, अजय उर्फ पप्पू जाट, धर्मेंद्र जाट और भग्गी यादव को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा है। वहीं तीन अन्य आरोपी आशीष नेमा, राहुल जैन व सौरभ रिछारिया मामला दर्ज होने के पखवाड़े भर बाद भी फरार चल रहे हैं। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुनील शिवहरे के मार्गदर्शन में कोतवाली थाना पुलिस की विशेष टीम इन तीनों मोस्टवांटेड फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए जिला समेत आसपास के जिलों में भी पड़ताल कर रही है। कोतवाली पुलिस की विशेष टीम इनकी संपत्ति का ब्यौरा जुटा रही है। ताकि इनके न मिलने पर संपत्ति को कुर्क किया जा सके। वहीं फरारी के दौरान इन्हें दाना-पानी न मिल सके, इसके लिए पुलिस ने इन आरोपियों के कुछ बैंक अकाउंट का पता भी लगाया है। जिन्हें दो-तीन दिन पहले सीज करने की कार्रवाई की गई है। पुलिस जांच टीम के अनुसार संपत्ति के ब्यौरे और अकाउंट को सीज करने के बाद भी यदि तीनों फरार आरोपी गिरफ्तार नहीं होते हैं तो वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर इनके खिलाफ इनाम भी घोषित किया जा सकता है।
इनका ये है कहना
डॉ. सिद्धार्थ तिगनाथ आत्महत्या मामले की जांच जारी है। डायरी में जितने भी नाम लिखे हैं, सबसे पूछताछ हो रही है। प्रकरण में जो आरोपी फरार चल रहे हैं उनकी संपत्ति की जांच कर रहे हैं। कुछ बैंक अकाउंट के बारे में पता चला था, जिन्हें सीज कराया गया है। यदि ये नहीं पकड़े जाते हैं तो इन पर इनाम भी घोषित किया जाएगा।
सुनील शिवहरे, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, नरसिंहपुर। 
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