नरसिंहपुर। आयुष्मान योजना के पात्र मरीजों को पहले इलाज देने से मना करना फिर भर्ती के दौरान रुपये जमा कराने समेत साइकिल स्टैंड का 100 रुपये रोज वसूलने को लेकर पराडकर नर्सिंग होम खैरीनाका लंबे समय से विवादित रहा है। इसे लेकर जिला प्रशासन ने हाल ही में नोटिस भी दिया है, जिसका जवाब देना तक अस्पताल प्रबंधक ने मुनासिब नहीं समझा। अब नया मामला जिले को रेड जोन में पहुंचाने का है। पराडकर नर्सिंग होम के कर्ता-धर्ताओं की इस मनमानी के चलते बीती शनिवार-रविवार की रात जिला प्रशासन के अफसरों के होश उड़े-उड़े नजर आए। कलेक्टर वेदप्रकाश के निर्देश पर अपर कलेक्टर मनोज कुमार ठाकुर व सीएमएचओ डॉ. मुकेश जैन ने पराडकर अस्पताल में दबिश देकर मरीजों के रिकॉर्ड की जांच की तो हकीकत सामने आई। भोपाल स्तर तक हड़कंप की स्थिति रही।
जानकारी के अनुसार पराडकर अस्पताल ने शनिवार को शासन के सार्थक पोर्टल में अपने अस्पताल में 10 नए मरीजों की आयुष्मान योजना के तहत भर्ती करना दर्ज करा दिया। जिसके बाद यह जिला कोरोना को लेकर रेड जोन में आ गया। जिले के रेड जोन में आते ही भोपाल से लेकर नरसिंहपुर जिला प्रशासन तक हड़कंप मच गया। कलेक्टर ने रात में ही एडीएम और सीएमएचओ को अस्पताल में जांच करने के लिए भेजा। अफसरों ने रात 11 बजे मौके पर जांच की तो वहां 10 नए मरीजों की भर्ती होना नहीं पाया। जिस पर एडीएम ने अस्पताल प्रबंधन से जवाब मांगा है। गौरतलब है कि इससे एक दिन पहले सीएमएचओ आयुष्मान योजना के तहत पात्र मरीजों के उपचार का जायजा लेने वे पराडकर अस्पताल गए थे, जहां कुछ मरीजों ने उनसे रुपया जमा कराने की शिकायतें की थीं। एक अन्य मरीज को रात में जिला अस्पताल के लिए रेफर किए जाने की भी जानकारी मिली थी जो वहां 12 मई से भर्ती था। दोनों मरीजों की शिकायतों को लेकर सीएमएचओ ने उन्होंने पराडकर अस्पताल को नोटिस जारी कर जवाब मांगा था। बताया गया है कि अभी तक पराडकर अस्पताल में 32 मरीजों को आयुष्मान योजना के तहत भर्ती किया जा चुका है।
इनका ये है कहनाशनिवार रात को पराडकर अस्पताल ने सार्थक पोर्टल पर आयुष्मान योजना के तहत 10 नए मरीजों की भर्ती करना दर्ज कर दिया। जिसके कारण यह जिला रेड जोन में आ गया। कलेक्टर के निर्देश पर एडीएम के साथ मैंने पराडकर अस्पताल की जांच की। अस्पताल प्रबंधन से जवाब मांगा गया है।डॉ.मुकेश जैन, सीएमएचओ