नरसिंहपुर: 29 मई को भीख मांगेंगे जिले के स्वास्थ्यकर्मी, 30 मई से भगवान भरोसे चिकित्सा सेवाएं
नरसिंहपुर। कोविडकाल में सोमवार से संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने अपनी लंबित मांगों की पूर्ति न होने से हड़ताल शुरू कर दी है। प्रदेश व्यापी इस हड़ताल में जिले के करीब साढ़े 300 कर्मचारी शामिल है। जिससे जिले भर के स्वाथ्य केंद्रों के साथ ही कोविडकाल में चल रहे टीकाकरण, सैंपलिंग कार्य पर भ्ाी असर होने पड़ने का अंदेशा है। संविदा स्वास्थ्यकर्मियों ने सोमवार को ज्ञापन देते वक्त शासन-प्रशासन को चेता दिया है कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो 29 मई को पहले वे जनता के समक्ष जाकर मृत स्वास्थ्यकर्मियों के परिजनों की सहायतार्थ भीख मांगेंगे। इसके बाद 30 मई से वे अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। ये चेतावनी यदि हकीकत में बदली तो चिकित्सा सेवाओं का भगवान भरोसे होना तय है। हालांकि विभाग के अधिकारी कह रहे हैं कि व्यवस्थाएं सुचारू चलें इसके लिए नियमित कर्मचारियों को जबाबदारी दी जा रही है।
सोमवार को संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने जिला अस्पताल की सिविल सर्जन डॉ. अनिता अग्रवाल को अपनी मांगों के संबंध में ज्ञापन देने के साथ ही हड़ताल की शुरूआत की। कर्मचारियों की मांग है कि सभी अस्थाई कर्मचारियों को संविदा में विलय किया जाए। साथ ही कर्मचारियों को मप्र सरकार द्वारा 5 जून 2018 में पारित की गई नीति के अनुसार नियमित कर्मचारियों के समकक्ष 90 प्रतिशत वेतन दिया जाए। निष्काषित कर्मचारियों एवं सपोर्ट स्टाफ जो आउटसोर्स एंजेसी में कर दिए गए है उन्हें तत्काल एनआरएचएम में वापस लिया जाए। कर्मचारियों की हड़ताल से पहले दिन ही जिला अस्पताल के विभिन्न् वार्डो में कार्यरत संविदा पैरामेडीकल स्टाफ, लिपिक वर्गीय कर्मचारियों सहित संविदा चिकित्सकों ने कार्य से दूरी बनाए रखी। वहीं जिले के अन्य केंद्रों पर भ्ाी व्यवस्थाएं प्रभावित रही। हालांकि स्वास्थ्य विभाग का टीकाकरण एवं सैपलिंग कार्य हड़ताल के पहले दिन सुचारू रूप से चलता रहा। जिसकी वजह यह बताई गई कि टीकाकरण में अधिकांश केंद्रों पर नियमित कर्मचारियों को कार्य सौंपा गया है।
मांगें मनवाने होगा चरणबद्ध आंदोलन: कर्मचारी संघ के अनुसार मांगों की पूर्ति के लिए चरणबद्ध आंदोलन किया जा रहा है। जिसमें आज 25 मई को कलेक्टर, सीएमएचओ, जनप्रतिनिधियों, एसडीएम, सीबीएमओ को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया जाएगा। 26 एवं 27 मई को काली पट्टी बांधकर कर्मचारी विरोध जताएंगे। 28 मई को कोरोना महामारी में शहीद हुए साथ्ाियों को कैंडिल जलाकर श्रद्धाजंलि देेंगे। 29 को जनता के बीच जाकर कर्मचारी अपने सुरक्षित भ्ाविष्य के लिए भीख मांगकर राशि एकत्रित करेंगे और जो राशि जमा होगी उसे शहीद कर्मचारियों के स्वजनों को दी जाएगी, काले गुब्बारे छोड़े जाएंगे। इसके बाद भ्ाी यदि सरकार से मांगे पूरी नहीं हुईं तो 30 मई से प्रदेश भर के कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर देंगे।
इनका ये है कहना
संविदा कर्मियों ने हड़ताल शुरू कर ज्ञापन दिया है। जिला अस्पताल में हड़ताल की वजह से व्यवस्थाएं प्रभावित न हो इसके लिए नियमित कर्मचारियों को जबाबदारी सौंपी जा रही है। अभी अस्पताल को 14 स्टाफ नर्सेस मिलीं है जिनमें करीब 8 नर्सेस ने ज्वाइन कर लिया है, शेष भी जल्दी आ जाएंगी जिससे कार्य में राहत मिलेगी। एसएनसीयू, कोविड, पीकू सहित अन्य वार्डो में कार्य सुचारू चले इसके लिए कार्य किया जा रहा है।
डॉ. अनिता अग्रवाल, सिविल सर्जन, जिला अस्पताल