नरसिंहपुर। छतरपुर-पन्न्ा जिले में बक्सवाहा के जंगल में करीब सवा दो लाख वृक्षों को काटे जाने की योजना के खिलाफ प्रदेशभर में मुहिम चल रही है। इसी क्रम में जिले की कक्षा आठवीं की छात्रा अवनी पटेल भी टि्वटर-फेसबुक आदि इंटरनेट माध्यमों के जरिए जनजागरण कर रहीं हैं। उनके द्वारा बनाए गए पोस्टर-चित्रकारी में बक्सवाहा के जंगल कटने का दर्द झलकता देखा जा सकता है।
जिला मुख्यालय स्थित चावरा विद्यापीठ में अध्ययनरत अवनी पिता प्रहलाद पटेल सामाजिक कार्यकर्ता शिवानी पटेल के मार्गदर्शन में पर्यावरण संरक्षण के लिए लगातार काम करती रहीं हैं। वर्तमान में वे इंटरनेट माध्यम के जरिए बक्सवाहा के जंगल को कटने से बचाने की मुहिम चला रहीं हैं। वे चित्रकला के जरिए अपना संदेश प्रबुद्ध लोगों तक भेज रहीं हैं। उनके चित्रों में वनों के निर्मम संहार को रोकने की अपील के साथ ही कहा जा रहा है कि बक्सवाहा में वर्षों पुराने लाखों पेड़ों को महज हीरा प्राप्ति के लिए नहीं काटा जाना चाहिए। उनका कहना है कि आज देशवासियों को दवा से ज्यादा शुद्ध हवा की जरूरत है जो कि पेड़ों से ही प्राप्त हो सकती है। अवनी व शिवानी पटेल का कहना है कि बक्सवाहा के जंगल कटने से बुंदेलखंड की जमीन से एक सुंदर भूभाग का नामोनिशान मिट जाएगा। हजारों वन्यप्राणी बेघर हो जाएंगे, अस्तित्व के लिए जूझेंगे। ऐसे जंगल को पुन: निर्मित कर पाना असंभव है। आज हमें हीरों की नहीं बल्कि आक्सीजन की जरूरत है।