नरसिंहपुर: पौधरोपण में गड़बड़ी पर वन मंत्री को नरसिंहपुर विधायक ने लिखा था पत्र, वनरक्षक निलंबित, दो को मिला नोटिस
नरसिंहपुर। वन विभाग के अंतर्गत पेड़ों की अवैध कटाई और पौधरोपण के मामले में गड़बड़ी मिलने पर एक वनरक्षक को निलंबित कर दिया गया है। वहीं मामले में ही वनरक्षक व रेंजर को वरिष्ठ अधिकारी ने नोटिस थमाया है। इन्हें एक हफ्ते में संतोषजनक जवाब देना होगा। पौधरोपण में गड़बड़ी को लेकर नरसिंहपुर विधायक जालम सिंह पटेल ने भी प्रदेश के वन मंत्री विजय शाह को पत्र लिखा था। माना जा रहा है कि इस पत्र के बाद ही वन विभाग के उच्चाधिकारियों ने ये कार्रवाई की है।
जिले के बरमान वन परिक्षेत्र की हिरनपुर-बगदरी बीट में सागौन की अवैध कटाई समेत नवीन पौधरोपण के मामले में अनियमिताएं सामने आते ही दोनों वीटों के प्रभारी वनरक्षक अंकित पवार को निलिंबत कर दिया गया है। साथ ही बीट में पदस्थ रहे वनपाल गोपाल पटेल सहित रेंजर सुरेशचंद जादम को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। जिनसे एक सप्ताह के भीतर जबाब मांगा गया है। बताया गया है कि है कि हिरनपुर-बगदरी बीट में जांच के दौरान टीम को तीन दर्जन से अधिक ठंूठ मिले थे। इसी तरह जांच टीम को पौधरोपण में भी खामियां देखने को मिली हैं। जांच में ये बात भी सामने आई है कि बीट में सागौन के पेड़ों की बेतहाशा कटाई हुई है। सभी पेड़ों को इस तरह काटा गया है जिससे अवैध कटाई की करतूत छिपाई जा सके। हालांकि ठूंठों की गिनती कर लेने के बावजूद वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी आरोपी कर्मचारियों पर कार्रवाई करने की हिम्मत नहीं जुटा सके थे। यदि नरसिंहपुर विधायक जालम सिंह पटेल ने वन मंत्री को पत्र न लिखा होता तो शायद ये मामला भी वन विभाग की चहारदीवारी में दम तोड़ जाता।
विधायक की मांग- लाखों के भ्रष्टाचार की कराई जाए उच्च स्तरीय जांच
वन विभाग में भारी भ्रष्टाचार को लेकर नरसिंहपुर विधायक जालम सिंह पटेल ने भी बीते दिनों वनमंत्री विजय शाह को एक पत्र लिखा था। इसमें जिले में पौधरोपण के तहत हो रहे कार्यों की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की है। विधायक श्री पटेल द्वारा भेजे गए पत्र में कहा गया है कि नरसिंहपुर जिले में वन विभाग द्वारा बरमान वन परिक्षेत्र सिंगूर नदी के पास नए पौधारोपण में लाखों रूपये का भ्रष्टाचार संज्ञान में आया है। परिक्षेत्र में पौधारोपण के लिए करीब 22 हजार गड्ढे होना थे जो मात्र 10 से 12 हजार किए गए है। लाखों रूपये की मिट्टी, पानी एवं रखरखाव की राशि का गबन किया गया है। संंबंधित द्वारा लाखों रूपये के भ्रष्टाचार एवं अनियमिताएं करना संज्ञान में आया है। पूरे जिले में जहां-जहां इस प्रकार के प्रोजेक्ट बनाए गए है उक्त स्थानों के कार्य की उच्च स्तरीय जांच टीम गठित कर भौतिक परीक्षण कराया जाए। अगर कोई गड़बड़ी हुई है तो दोषियों पर कठोर कार्रवाई की जाए।
इनका ये है कहना
हिरनपुर-बगदरी बीट की जांच में सागौन के ठूंठ मिले हैं और पौधरोपण के कार्य में गड़बड़ी सामने आई है। प्रथम दृष्टया जांच में वीट प्रभारी वनरक्षक अंकित पवार को सस्पेंड कर नरसिंहपुर कार्यालय अटैच किया है। साथ ही तात्कालीन वनपाल गोपाल पटेल एवं रेंजर सुरेशचंद जादम को नोटिस देकर एक सप्ताह में जबाब मांगा है। अभी जांच चल रही है इसलिए यह बताना मुश्किल है कि कितनी क्या गड़बड़ी हुई है। यह कार्रवाई तो इसलिए की गई है कि संबंधित जांच प्रभावित न कर सकें।
एमएस उइके, जिला वनमंडल अधिकारी नरसिंहपुर