नरसिंहपुर। रेत को लेकर खूनखराबा की आशंका आखिरकार कोरोना कर्फ्यू खत्म होने के पहले ही सच हो गई। शुक्रवार देर रात होशंगाबाद के माफियाओं-गुंडों ने सालीचौका क्षेत्र की दूधी नदी खदान में जिले की अधिकृत रेत खनन कंपनी के कर्मचारियों के साथ लाठी-डंडों से मारपीट करते हुए उन्हें लहूलुहान कर दिया। इस दौरान फायरिंग भी की गई, बताया जा रहा है कि होशंगाबाद के माफिया धनलक्ष्मी के दो कर्मचारियों का अपहरण करके ले गए हैं। घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस बल मौके पर पहुंच गया है। क्षेत्र में तनाव के हालात पैदा हो गए हैं।
जानकारी के अनुसार दूधी नदी की रेत खदान पर अवैध कब्जे और अवैध खनन को लेकर लंबे समय से होशंगाबाद जिले में सक्रिय आरकेटीसी कंपनी के लोग सक्रिय हैं। वे सालीचौका क्षेत्र के कुछ पुराने खननकर्ताओं को प्रश्रय देकर जिले में अशांत माहौल पैदा करने में जुटे हैं। पहले भी बेदर खदान से अवैध रास्ते को लेकर विवाद हो चुका है। पुलिसबल की तैनाती तक करनी पड़ी थी। कुछ दिन पूर्व ही मालहन बाड़ा की रॉयल्टी पर्ची पर होशंगाबाद की रेत सप्लाई का मामला सुर्खियों में रहा था। तभी से आशंका जताई जाने लगी थी कि जिले में होशंगाबाद के माफिया कोई बड़ा घटनाक्रम अंजाम देने की फिराक में हैं। इस बात की जानकारी होने के बावजूद जिला प्रशासन ने एहतियातन कोई सख्त कदम नहीं उठाया। इसका परिणाम शुक्रवार रात दूधी नदी खदान में हुई फायरिंग और अपहरण की घटना है। बताया जा रहा है कि केकरा गांव में धनलक्ष्मी के कर्मचारियों को जानकारी लगी कि कुछ लोग दूधी खदान से रेत चोरी कर रहे हैं तो कंपनी के कर्मी इसकी पड़ताल करने पहुंचे। ये देख माफिया के लोगों ने फायरिंग कर दी। इस संबंध में सालीचौका चौकी प्रभारी पीयूष साहू ने बताया कि घटनाक्रम की जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को दे दी गई है। घटना की जांच की जा रही है।