नरसिंहपुर। जिले में बाढ़ एवं अतिवृष्टि से बचाव की पूर्व तैयारियों संबंधी जिला स्तरीय बैठक बुधवार को हुई। बैठक की अध्यक्षता करते हुए कलेक्टर वेद प्रकाश बाढ़ एवं अतिवृष्टि से बचाव की सभी तैयारियां पहले से ही पुख्ता कर लेने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। उन्हांेने झांसीघाट, ककरा, झिकोली घाट में बैरियर लगाने व टीनशेड बनाकर कर्मचारियों की ड्यूटी लगाने निर्देश दिए। सीएमओ नरसिंहपुर कुंवर विश्वनाथ सिंह से कहा कि सींगरी के जलभराव वाले क्षेत्र से अतिक्रमण हटाएं।
कलेक्टर ने कहा कि नर्मदा एवं उसकी सहायक नदियों, तालाबों, नहरों, जलाशयों के आसपास के बाढ़ की आशंका वाले क्षेत्रों, गांवों और अन्य स्थलों को चिन्हित कर आवश्यक तैयारियां अभी से पुख्ता कर ली जाएं। कम्युनिकेशन नेटवर्क तैयार करें। इन गांवों में, पंचायतों में लाइफ जैकेट और अनाउंसमेंट सिस्टम की व्यवस्था करें। होमगार्ड स्थानीय तैराकों को चिन्हित कर सूचीबद्ध कर लें। अनुभाग स्तर पर कंट्रोल रूम बनाएं। नगरीय निकायों में भी 24 घंटे के लिए शिफ्टों में ड्यूटी लगाई जाए। झांसी घाट, ककरा घाट एवं झिकोली घाट में बैरियर लगवाएं व टीन शेड बनवाकर ड्यूटी लगावें। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि जिले में 15 जून से 15 सितंबर तक नाव के परिचालन पर रोक रहेगी। इस संबंध में विशेष सतर्कता रखें और सख्ती से रोक लगाए।
यह हो प्राथमिकता: कलेक्टर ने कहा कि बाढ़ प्रभावित गांव के लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाना पहली प्राथमिकता होनी चाहिए। उनके आश्रय स्थल चिन्हित कर पीने के पानी, भोजन आदि की व्यवस्था पहले से ही कर ली जाए। आपदा, बाढ; से बचाव और तत्परता से राहत मुहैया कराने के उद्देश्य से संबंधित लोगांे के नाम, टेलीफोन- मोबाइल नंबर की सूची अद्यतन रखी जाए। बाढ़ प्रभावित और पहुंचविहीन गांव में दवाईयों की पर्याप्त व्यवस्था हो। सामान्य आशंका वाले गांव और बाढ़ प्रभावित गांव में दवाओं का स्टॉक और विशेष सतर्कता रखी जाएग। जल जनित- मौसमी बीमारियों से बचाव की दवाइयों, ब्लीचिंग पाउडर, क्लोरीन की गोलियों आदि का पर्याप्त भंडारण आरोग्य केंद्रों और सभी सरकारी अस्पतालों में सुनिश्चित किया जाए। आपदा प्रबंधन से संबंधित अमले को सतत सक्रिय रहने के निर्देश दिए। बाढ़ के दौरान पेयजल की पर्याप्त व्यवस्था रखने, संक्रामक बीमारियों से बचाव के प्रबंध करने कहा। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग हैंडपंप-पेयजल स्रोतों का क्लोरीनेशन कराए। पशुओं के उपचार, टीकाकरण आदि के संबंध में पशु चिकित्सा विभाग आवश्यक प्रबंध करें।
बरगी से पानी छोड़ने की पहले दी जाए सूचना: कलेक्टर ने निर्देशित किया कि जिला कमांडेंट होमगार्ड बाढ; प्रभावित गांव में आवश्यक स्टीमर, नाव, लाइफ जैकेट, रस्सी, टार्च, गोताखोर और होमगार्ड की व्यवस्था करेंगे। प्रभावित लोगों को शासकीय भवनों अथवा अन्य चिन्हित स्थलों में ठहराया जाएगा। बाढ़ की आशंका वाले क्षेत्रों, जीर्णशीर्ण व खतरे की आशंका वाले मकानों का चिन्हांकन करने के निर्देश दिए। बरगी डेम से पानी छोड़ने की पूर्व सूचना संबंधित क्षेत्रों में और सभी संबंधितों को पर्याप्त समय पहले दी जाए। इसके लिए वाट्सएप ग्रुप भी बनाएं। कलेक्टर ने कहा कि नगरीय क्षेत्रों में जर्जर मकानों को हटाने की कार्रवाई की जाए। नदी के तटवर्ती व बाढ़ की आशंका वाले गांवों में जल स्तर के निशान लगाने व सूचना देने के लिए नामजद ड्यूटी लगाई जाए। इस संबंध में वाट्सएप ग्रुप बनाएं।
अतिक्रमण कर रहने वालों को अभ्ाियान चलाकर हटाएं: बैठक में कलेक्टर ने सीएमओ नरसिंहपुर को निर्देश दिए कि नगर पालिका क्षेत्र के सींगरी के जल भराव वाले इलाके में अतिक्रमण करके नदी के किनारे रहने वालों को सीएमओ अभियान चलाकर हटवाएं। जिला प्रबंधक नागरिक आपूर्ति निगम को निर्देशित किया कि वे आपदा के समय राहत के लिए दो 407 वाहन पूरी तरह तैयार रखें। उन्होंने नगरीय निकायों के सीएमओ को निर्देशित किया कि वे 10-10 लाइफ जैकेट की व्यवस्था करके रखें। आपदा के समय उपयोगी उपकरण गैती, फावड़ा, कटर, हेलमेट आदि की व्यवस्था पहले से कर लें। सीईओ जनपद सभी ग्राम पंचायत सचिवों को सक्रिय करें। सभी तैयारियां कोरोना गाइड लाइन को ध्यान में रखकर करें। पुल-पुलियो के आसपास आवश्यकतानुसार बैरियर लगवाएं। जल संसाधन विभाग के अधिकारी जलाशयों एवं निजी तालाबों की लोकेशन को मार्क कर सूची उपलब्ध कराएं और निगरानी के लिए ड्यूटी लगाएं। बैठक में पुलिस अधीक्षक विपुल श्रीवास्तव, एडीएम मनोज ठाकुर, सीईओ जिला पंचायत केके भार्गव, एसडीएम प्रमोद सेनगुप्ता, आरएस बघेल, राजेश शाह, निधि सिंह गोहल, संयुक्त कलेक्टर जीसी डेहरिया, डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट होमगार्ड, एसडीओपी, कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण विभाग, जल संसाधन व बरगी, सभी जनपदों के सीईओ, निकायों के सीएमओ व अन्य अधिकारी मौजूद रहे।