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नरसिंहपुर। जबलपुर जिले के बेलखेेड़ा थाना क्षेत्र से 5 मार्च की रात लापता हुए 10 वर्षीय किशोर की लाश रविवार को ठेमी थाना क्षेत्र के मुराच घाट पर मिली है। मामले में बेलखेड़ा पुलिस ने लापता किशोर की डंडा मारकर हत्या करने और फिर डोंगी में डालकर उसका शव नर्मदा में बहाने वाले उसके ही 15 वर्षीय दोस्त को गिरफ्तार किया है। रविवार की दोपहर से शाम तक ठेमी व बेलखेड़ा थाना की टीम शव बरामद कर पंचनाम की कार्रवाई करती रही।
बेलखेड़ा थाना के ग्राम जुगपुरा निवासी रामदास मल्लाह ने पुलिस में 6 मार्च को शिकायत दर्ज कराई थी कि उसका 10 वर्षीय बेटा धनराज उर्फ राजा 5 मार्च की रात करीब 8 बजे अपनी मां को बुलाने के लिए चाचा छोटेलाल के घर जाने निकला था। लेकिन लौटकर वापस नहीं आया, उसकी गांव में सभ्ाी जगह तलाश की गई लेकिन पता नहीं चला। मामले में पुलिस ने धारा 363 के तहत मामला दर्ज कर बालक की तलाश शुरू कर दी।
पड़ोसी दोस्त के साथ दिखा था नर्मदा तरफ जाते: पुलिस ने बताया कि मामले में पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा, एएसपी ग्रामीण शिवेश बघेल, एएसपी क्राइम गोपाल खांडेल, एसडीओपी पाटन देवी सिंह ठाकुर के निर्देशन में थाना प्रभारी सुजीत श्रीवास्तव के नेतृत्व में अलग-अलग टीम गठित की गई थीं। पुलिस अध्ाीक्षक ने अपहृत बालक की जानकारी देने वाले के लिए पांच हजार रूपये का ईनाम घोषित किया था। विवेचना में सामने आया कि घटना दौरान आखिरी बार बालक अपने पड़ोसी 15 वर्षीय दोस्त के साथ नर्मदा तरफ जाते हुए देखा गया था। पुलिस ने जब उक्त दोस्त से पूछताछ की तो वह सच्चाई बताने से बचता रहा लेकिन सायबर सेल की मदद से उसकी कॉल डिटेल की जांच हुई तो वह संदेही लगा और पूछताछ में उसने बताया कि मृतक राजा उर्फ धनराज उसका दोस्त था। करीब 3 माह पूर्व से उसके मृतक की बहन से प्रेम संबंध थे और राजा ने उसे बीती 28 फरवरी को आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया था। इसी बात को मां-पिता को न बताने की बात कर वह उसे ब्लैकमेल करने लगा था। जिससे उसने पहले उसे 100 रूपये दिए और मोबाइल चलाने को दिया था। लेकिन राजा बार-बार कभी 100 तो कभी 200 रूपये व मोबाइल चलाने के लिए मांगने लगा। उसकी इस ब्लैकमेलिंग से तंग आकर उसने 5 मार्च की रात उसे बुलाया और जुगपुरा घाट ले गया। जहां पड़े बांस के डंडे से उसके सिर में मारने के बाद उसे छोटी नाव डोंगी में डालकर बीच नदी में बहा दिया और चुपचाप घर आकर लेट गया।
पुलिस के साथ मिलकर करता रहा तलाश: पुलिस के हत्थे चढ़े आरोपी किशोर ने बताया कि जब 5 मार्च की रात एवं सुबह जब गांव वाले और पुलिस राजा की तलाश कर रही थी उस दौरान वह भी तलाशी कराता रहा। आरोपित से मिली जानकारी के बाद पुलिस ने अलग-अलग टीमें गठित कर घटना स्थल से मुराच घाट तक तलाशी कराई तो रविवार को अपहृत बालक मृत हालत में मिल गया। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त डंडा, नाव जब्त कर ली है।
इनकी रही सराहनीय भूमिका: मामले में बेलखेड़ा थाना प्रभारी सुजीत श्रीवास्तव, एसआइ रविंद्र डुडवा, एएसआइ आरएस एलाडी, बीपी मरावी, संतोष ठाकुर, आरक्षक सुनील, मनोज, गंगाराम, गौरव लोधी, संदीप घोषी, क्राइम ब्रांच से एएसआइ रामसनेही शर्मा, रमाकांत, प्रधान आरक्षक राम बिलोहा, हरिशंकर, राजेश केवट, अजीत पटेल, अनिल शर्मा, बलजीत, चालक मुकेश, होमगार्ड से तेजीलाल, मुन्न्ालाल, सुनील मारकरे, नवीन धुर्वे, दलपत सिंह, चासलक सुनील दुबे की महत्वपूर्ण भूमिका रही।