नरसिंहपुर। साहूकारों से कर्ज लेते-लेते शहर का एक चिकित्सक इस कदर उधारी में डूब गया कि उसे चुका पाना उसके वश में नहीं रहा। आखिरकार कर्जे से उबरने के लिए उसने मौत का रास्ता चुन लिया। गुरुवार देर शाम उसका शव रेल पटरियों पर क्षत विक्षत अवस्था में मिला। मृत व्यक्ति की शिनाख्त डॉक्टर सिद्धार्थ तिगनाथ के रूप में की गई है।
कोतवाली पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार गुरुवार को देर शाम नरसिंहपुर-करेली मार्ग पर स्थित टट्टा पुल के पास एक व्यक्ति के ट्रेन से कटने की सूचना प्राप्त हुई थी। इसके बाद पुलिसकर्मी आनन-फानन में मौके के लिए रवाना हुए। घटनास्थल पर पहुंचने के बाद उन्होंने रेल पटरियों पर एक व्यक्ति का क्षत विक्षत शव बरामद किया। काफी देर तक पूछताछ और आसपास के लोगों से शिनाख्त के बाद पुलिस को जानकारी लगी कि मृत व्यक्ति का नाम सिद्धार्थ तिगनाथ है। सूत्रों का कहना है कि डॉक्टर सिद्धार्थ तिगनाथ लंबे समय से कर्ज को लेकर परेशान थे। अंदेशा व्यक्त किया जा रहा है कि इन्हीं परिस्थितियों के चलते आत्महत्या की है। बहरहाल पुलिस ने धारा 174 जाफ्ता फौजदारी के तहत मर्ग कायम कर प्रकरण को विवेचना में लिया है।